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भारत की जनसंख्या वृद्धि दर में स्थिरता 

(प्रारंभिक परीक्षा के लिए - जनसंख्या वृद्धि, संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष)
(मुख्य परीक्षा के लिए, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र:1 - जनसंख्या एवं संबद्ध मुद्दे)

संदर्भ 

  • संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के अनुसार, 15 नवंबर, 2022 को वैश्विक जनसंख्या आठ अरब तक पहुंच गई है। 
  • विश्व की जनसंख्या में जुड़े, अंतिम 1 अरब लोगों में भारत का योगदान 17.7 करोड़ तथा चीन का योगदान 7.3 करोड़ है।

वैश्विक जनसंख्या 

  • संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के अनुसार, वैश्विक जनसंख्या में वृद्धि 1950 के बाद से सबसे धीमी दर से हुई है, जो 2020 में 1 प्रतिशत से कम हो गई है।
  • विश्व की जनसंख्या को 7 अरब से 8 अरब तक पहुँचने में 12 वर्ष लगे हैं, जबकि इसे 9 अरब तक पहुंचने में लगभग 15 वर्ष लगेंगे।
  • 2022 में विश्व के दो सबसे अधिक आबादी वाले क्षेत्र एशिया में हैं, 2.3 अरब लोगों के साथ पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी एशिया और 2.1 अरब लोगों के साथ मध्य और दक्षिणी एशिया।
  • गरीब देशों में जनसंख्या वृद्धि की दर में वृद्धि देखी गई है, इसमें ज्यादातर उप-सहारा अफ्रीका के देश है
  • चीन में, 2035 में 60 वर्ष से ऊपर के लोगों की जनसंख्या 40 करोड़ हो जाएगी, इसके लिए मुख्य रूप से इसकी एक-बाल नीति जिम्मेदार है।
  • चीन की जन्म दर में लगातार पांचवें वर्ष गिरावट दर्ज की गई।
  • 2050 तक वैश्विक जनसंख्या में अनुमानित वृद्धि का आधे से अधिक योगदान, सिर्फ आठ देशों में केंद्रित रहेगा, ये देश कांगो, मिस्र, इथियोपिया, भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपींस और तंजानिया है।
  • संयुक्त राष्ट्र  जनसंख्या कोष के अनुसार, 61 देशों की जनसंख्या में 2022 और 2050 के बीच 1% की कमी होने का अनुमान है
  • वैश्विक जनसंख्या के 2080 के दशक के दौरान लगभग 10.4 अरब तक पहुँचने और वर्ष 2100 तक उसी स्तर पर बने रहने का अनुमान है।

भारत की जनसंख्या 

  • संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के अनुसार, भारत की जनसंख्या वृद्धि स्थिर हो रही है, जो देश की नीतियों, स्वास्थ्य प्रणालियों और परिवार नियोजन सेवाओं तक पहुंच की क्षमता को दर्शाती है।
  • भारत की जनसंख्या वृद्धि स्थिर प्रतीत होती है, क्योंकि राष्ट्रीय स्तर पर कुल प्रजनन दर (TFR) 2.2 से घटकर 2.0 हो गई है।
    • देश की लगभग 69.7% जनसंख्या वाले लगभग 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने पहले ही 2.1 के प्रतिस्थापन स्तर से नीचे प्रजनन दर प्राप्त कर ली है।
  • 2022 में चीन की 1.426 अरब जनसंख्या  की तुलना में में भारत की जनसंख्या 1.412 अरब हो गई है।
    • भारत के 2023 में दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में चीन से आगे निकलने का अनुमान है 
  • 2050 में भारत की आबादी 1.668 अरब होने का अनुमान है, जो उस समय चीन की आबादी (1.317 अरब) से अधिक होगी।
  • संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) के अनुसार, 2022 में भारत की 68% जनसंख्या की आयु 15-64 वर्ष के बीच में है, जबकि 65 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों की जनसंख्या 7% है।
  • भारत की 27 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या 15-29 वर्ष की आयु के बीच है, तथा भारत में दुनिया की सबसे अधिक किशोर आबादी (10-19 वर्ष) लगभग 25.3 करोड़ निवास करती है।
  • यूएनएफपीए के अनुसार, भारत दुनिया में युवाओं के सबसे बड़े समूह के साथ एक युवा राष्ट्र है और इसमें जनसांख्यिकीय लाभांश को प्राप्त करने की क्षमता है। 
  • यूएनएफपीए ने आगे कहा, कि विश्व के कई हिस्से बूढ़े हो रहे हैं, और भारत की युवा आबादी, वैश्विक समस्याओं को हल करने के लिए एक वैश्विक संसाधन हो सकती है।

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संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए)

  • यह संयुक्त राष्ट्र की यौन और प्रजनन स्वास्थ्य एजेंसी है, जो मुख्य रूप से स्वास्थ्य संबंधी सतत् विकास लक्ष्य, शिक्षा संबंधी लक्ष्य और लिंग समानता संबंधी लक्ष्य के संबंध में कार्य करती है।
  • इसका गठन वर्ष 1967 में किया गया था।
  • यूएनएफपीए का मुख्यालय न्यूयार्क में है 
  • इसके द्वारा, विश्व जनसंख्या रिपोर्ट प्रकाशित की जाती है।
  • यूएनएफपीए के लिए फंड, संयुक्त राष्ट्र के नियमित बजट से संबद्ध नहीं है, बजट के लिए यह सरकारों, विभिन्न फाउंडेशन और व्यक्तियों तथा अंतर सरकारी संगठनों द्वारा दिए गए स्वैच्छिक योगदान पर निर्भर है।
  • संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष का जनादेश, संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद (ECOSOC) द्वारा स्थापित किया गया है।
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