‘पेड्रो बर्नार्डिनेली और गैरी बर्नस्टीन’ ने वर्ष 2010 में चिली में एक खगोलीय वेधशाला में डार्क एनर्जी सर्वे से प्राप्त अभिलेखीय छवियों के आधार पर ‘बर्नार्डिनेली-बर्नस्टीन धूमकेतु’ की खोज की, जिसे ‘C/2014 UN271’ नाम दिया गया।
इसका अनुमानित व्यास लगभग 129 किमी. तथा द्रव्यमान लगभग 500 ट्रिलियन टन है। अब तक के अधिकांश ज्ञात धूमकेतुओं की तुलना में यह लगभग 50 गुना बड़ा है।
यह धूमकेतु एक लाख से अधिक वर्षों से सूर्य की ओर गतिशील माना जा रहा है। इसकी उत्पत्ति संभवतः ‘ऊर्ट क्लाउड’ (Oort Cloud- धूमकेतुओं के बादल) में हुई थी। ऊर्ट क्लाउड, सौरमंडल का एक दूरस्थ क्षेत्र है, जो संभवतः अधिकांश धूमकेतुओं की उत्पत्ति का स्रोत है। हालाँकि, ऊर्ट क्लाउड अभी तक एक सैद्धांतिक अवधारणा ही है।
हाल ही में, नासा (NASA) ने हबल स्पेस टेलीस्कोप द्वारा इसे अब तक ज्ञात सबसे बड़े बर्फीले धूमकेतु होने की पुष्टि की है। यह धूमकेतु अधिकतम दूरी पर होने के बावजूद भी अत्यधिक चमकीला है।