याया त्सो झील लद्दाख में 4,820 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है जिसे पक्षियों के स्वर्ग के रूप में जाना जाता है।
यह पक्षियों एवं जानवरों, जैसे- बार-हेडेड गूज, काली गर्दन वाले सारस और ब्राह्मणी बत्तख के लिये घोंसला निर्माण स्थल है। यह भारत में काली गर्दन वाले सारस के उच्चतम प्रजनन स्थलों में से एक है।
हाल ही में, याया त्सो झील को जैवविविधता अधिनियम के तहत लद्दाख का पहला जैवविविधता विरासत स्थल घोषित किया गया।