शॉर्ट न्यूज़: 20 मई, 2022
प्रविग फील्ड पैक
चंद्रमा की मिट्टी में पौध रोपण
परमाणु ऊर्जा पर भारत-बांग्लादेश संयुक्त समिति की बैठक
इंटरपोल की मैच फिक्सिंग टास्क फोर्स
प्रविग फील्ड पैक
चर्चा में क्यों
हाल ही में, बेंगलुरू स्थित एक उद्यम (स्टार्टअप) ‘प्रविग’ ने एक मजबूत सामरिक बैटरी (प्रविग फील्ड पैक) का उत्पादन किया है जिसे वह उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) को विक्रय करने की योजना बना रहा है।
प्रमुख बिंदु
- प्रविग फील्ड पैक एक पोर्टेबल हेवी-ड्यूटी पावर बैंक हैं, जिसका वजन 14 किलोग्राम है। यह एक ऐसी शक्तिशाली सामरिक बैटरी है जिसका उद्देश्य युद्ध के मैदानों में आधुनिक सैनिकों की परिचालन क्षमता का समर्थन करना है।
- इन बैटरियों को भारत में डिज़ाइन एवं निर्मित किया गया है। इसका उपयोग रिमोट सेंसर को तैनात करने के लिये किया जा सकता है।
- यह डिजिटल रूप से जुड़े उन आधुनिक सैन्य बलों के लिये अति उपयोगी है, जिन्हें यूक्रेन तथा लीबिया जैसे उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में कार्य करना पड़ता है। इन क्षेत्रों में गैजेट्स का उपयोग करते समय निरंतर पावर बैक-अप की आवश्यकता होती है।
- इसका उपयोग ड्रोन जैसे बड़े सैन्य उपकरणों को संचालित करने के लिये किया जा सकता है। साथ ही, यह सामरिक संचालन में समन्वय करने में भी मदद कर सकता है जिसमें कई हथियार प्रणालियाँ शामिल होती हैं।
चंद्रमा की मिट्टी में पौध रोपण
चर्चा में क्यों
हाल ही में,वैज्ञानिकों ने चंद्रमा से प्राप्त मिट्टी केनमूनेपर बीज उगाने मेंसफलता प्राप्त की है। यह मिट्टी वर्ष 1969 और 1972 में नासा के मिशनों के दौरान प्राप्तकी गई थी।यह वैज्ञानिक सफलता पृथ्वी के बाहरकिसी अन्य खगोलीय पिंड में मानव बस्तियों को बसानेके प्राथमिक चरण अर्थात् पौध रोपण की आवश्यकता का समर्थन करता है।
चंद्र रेजोलिथ में पौधे का उगना
- चंद्रमा की मिट्टी को चंद्र रेजोलिथ कहा जाता है। इसके कण नुकीले एवं इनमें कार्बनिक पदार्थों की कमी होती है।
- इस शोध के दौरान वैज्ञानिकों ने 12 छोटे थिम्बल-आकार के कंटेनरों में एक ग्राम चंद्र रेजोलिथ को रखा था।
- इन कंटेनरों में अरबिडोप्सिस थालियाना(Arabidopsis Thaliana) नामक एक कम फूल वाले खरपतवार के बीज को वैज्ञानिकों द्वारा सफलतापूर्वक उगाया गया।
- पौधे के नमूनों को गुलाबी रंग की एलईडी रोशनी देते हुए लगभग 73 डिग्री फ़ारेनहाइट (23 डिग्री सेल्सियस) पर प्रयोगशाला में रखा गया।
- अरबिडोप्सिस को थेल क्रेस भी कहा जाता है। इसके तीव्र जीवन चक्र और आनुवंशिकी की गहरी समझ के कारणवैज्ञानिक अनुसंधान में इसका व्यापक उपयोग किया जाता है।
इस उपलब्धि के निहितार्थ
- पृथ्वी के पौधेभविष्य में चंद्रमा और मंगल जैसी जगहों पर मानव बस्तियाँ स्थापित करने में मदद कर सकते हैं।
- इस पौधे का उगना यह संकेत है कि भविष्य में चंद्रमा परखाद्य निर्भरता को प्राप्त किया जा सकता है।
- विदित है कि नासा के आर्टेमिस कार्यक्रम का उद्देश्य भविष्य में चंद्रमा की सतह पर मानव को पुनः उतारना है।
परमाणु ऊर्जा पर भारत-बांग्लादेश संयुक्त समिति की बैठक
चर्चा में क्यों
हाल ही में,परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग पर भारत-बांग्लादेश संयुक्त समिति की बैठक का आयोजन ढाका में किया गया।
प्रमुख बिंदु
- बांग्लादेश और भारत के बीच परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग पर यह तीसरी संयुक्त समिति की बैठक है।
- दोनों देशों द्वारा रूपपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र परियोजना की समीक्षा की गई। साथ ही, इस दौरान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ाने के तरीकों पर भी चर्चा हुई।
- दोनों देशोंने कैंसर के उपचार, परमाणु चिकित्सा एवं खाद्य संरक्षण जैसे क्षेत्रों में विकिरण प्रौद्योगिकियों के सामाजिक अनुप्रयोगों को बढ़ावा देने पर सहमति प्रकट की है।
इंटरपोल की मैच फिक्सिंग टास्क फोर्स
चर्चा में क्यों
हाल ही में, इंटरपोल की मैच फिक्सिंग टास्क फोर्स (IMFTF) की 12 वीं बैठक का आयोजन किया गया।इसटास्क फोर्स में भारत के केंद्रीय जांच ब्यूरो ने भी भाग लिया है।
प्रमुख बिंदु
- इस बैठक में संबंधित क्षेत्र में प्रौद्योगिकी, बिग डाटा और सोशल मीडिया के उभरते हुए उपयोगों को देखते हुए सट्टेबाजी और खेल बाजारों में आपराधिक सिंडिकेट के संदर्भ में परिचर्चा की गई।
- इस बैठक के दौरान मैकोलिन कन्वेंशन में उल्लिखित सुझावों पर भी चर्चा कि गई।इन सुझावों के अंतर्गत अनियमित और संदिग्ध प्रवृत्तियों पर जानकारी को केंद्रीकृत और विश्लेषित करने के लिये राष्ट्रीय प्लेटफार्मों की स्थापना महत्त्वपूर्ण है।
- विदित है कि वर्ष 2011 में इंटरपोलने आई.एम.एफ.टी.एफ. का गठन किया था।यह मैच फिक्सिंग और खेल में भ्रष्टाचार से निपटने के लिये दुनिया भर की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को एक साथ लाता है।
- इसके अतिरिक्त इंटरपोलनेहालहीमें वित्तीय अपराध और भ्रष्टाचार विरोधी केंद्र की भी स्थापना की है।
मैकोलिन कन्वेंशन
- खेल प्रतियोगिताओं के हेरफेर पर यूरोप कन्वेंशन की परिषद् को मैकोलिन कन्वेंशन के रूप में जाना जाता है।
- मैकोलिन कन्वेंशन एक कानूनी साधन है, जो खेल प्रतियोगिताओं में हेरफेर पर एक अंतर्राष्ट्रीय कानून है।
- यह एक बहुपक्षीय संधि है जिसका उद्देश्य मैच फिक्सिंग की जाँच करना है। इसे 1 सितंबर, 2019 को लागू किया गया और 32 देशों ने इस पर हस्ताक्षर कियेहैं।
- यह सार्वजनिक प्राधिकरणों से खेल प्रतियोगिताओं में हेरफेर को रोकने के लिये खेल संगठनों, सट्टेबाजी संचालकों और प्रतियोगिता आयोजकों के साथ सहयोग करने का अनुरोध करता है।