शॉर्ट न्यूज़: 24 मई, 2022
मंकीपॉक्स
राष्ट्रीय युवा नीति मसौदा
मंकीपॉक्स
संदर्भ
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, अब तक कई देशों में मंकीपॉक्स की पुष्टि हो चुकी है। अफ्रीका के साथ-साथ यूरोप और एशिया में भी इसके संक्रमण का प्रसार देखा जा रहा है।
क्या है मंकीपॉक्स (Monkeypox Virus)
- मंकीपॉक्स एक दुर्लभ बीमारी है जो मंकीपॉक्स विषाणु के संक्रमण से होती है। यह डबल-स्ट्रैंडेड डी.एन.ए. (DNA) विषाणु है, जो पॉक्सविरिडे (Poxviridae) परिवार के ऑर्थोपॉक्स वायरस वंश से संबंधित है।
- यह एक प्रकार की जूनोटिक बीमारी (ऐसी बीमार, जिसका संक्रमण जानवरों से मनुष्यों में होता हो) है जिसके लक्षण स्मालपॉक्स के संक्रमण के समान होते है परंतु यह उससे कम गंभीर है।
- इसका प्रभाव मुख्यतया उष्ण कटिबंधीय वर्षा वनों (मध्य और पश्चिमी अफ्रीका) में देखा जाता है किंतु हाल ही में इसके कुछ मामले यूरोप, कनाडा, अमेरिका व ऑस्ट्रेलिया में भी पाए गए हैं।
- इसका पहला संक्रमण वर्ष 1958 में शोध के लिये रखे गए बंदरों की कॉलोनियों में दर्ज़ किया गया जिसके कारण इसका नाम 'मंकीपॉक्स' रखा गया। मनुष्यों में इसका पहला मामला वर्ष 1970 में कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में पाया गया।
- मंकीपॉक्स की दो अलग-अलग क्लैड की पहचान की गई है : ‘वेस्ट अफ्रीकन क्लैड’ और ‘कांगो बेसिन क्लैड’ (इसे सेंट्रल अफ्रीकन क्लैड भी कहते हैं)।
बीमारी के लक्षण
- इसके प्रारंभिक लक्षण बुखार, सिर दर्द, पीठ दर्द और मांसपेशियों में दर्द हैं। इससे लसिका ग्रंथि में सूजन भी हो सकती है।
- बुखार आना बंद होने के बाद शरीर पर दाने विकसित हो सकते हैं, जिसकी शुरुआत चेहरे से होती है। फिर ये दाने शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाते हैं, जो प्राय: हथेलियों और पैरों के तलवों में ज्यादा देखे जाते हैं।
- इसका संक्रमण आमतौर पर स्वत: ठीक हो जाता है, जिसका प्रभाव 2 से 4 सप्ताह तक रहता है।
प्रसार
- मनुष्य में मंकीपॉक्स का प्रसार संक्रमित व्यक्ति या जानवर के निकट संपर्क में आने से अथवा वायरस से संक्रमित किसी भौतिक वस्तु के संक्रमण में आने से होता है।
- डब्ल्यू.एच.ओ. के अनुसार, इस विषाणु के वाहक जानवर मुख्यतः उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों में पाए जाते हैं, जिनमें गिलहरी, गैम्बियन चूहे, डॉर्मिस और बंदरों की कुछ प्रजातियों शामिल हैं।
- यद्यपि इस बीमारी का मानव-से-मानव के मध्य संचरण सीमित है किंतु इसका प्रसार एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में घाव, शरीर के तरल पदार्थ, श्वास ड्रॉपलेट्स और संक्रमित व्यक्ति के बिस्तर आदि के संपर्क में आने से हो सकता है।
उपचार
- मंकीपॉक्स का अभी तक कोई सुरक्षित और प्रमाणित उपचार नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन लक्षणों के आधार पर सहायक उपचार की सिफारिश करता है।
- संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिये जागरूकता आवश्यक है।
- चेचक के खिलाफ टीकाकरण मंकीपॉक्स को रोकने में 85% तक प्रभावी सिद्ध हुआ है तथा एंटीवायरल दवाएँ भी इसके उपचार में सहायक हो सकती हैं।
राष्ट्रीय युवा नीति मसौदा
चर्चा में क्यों
केंद्र सरकार ने वर्तमान ‘राष्ट्रीय युवा नीति, 2014’ के मसौदे की समीक्षा के बाद राष्ट्रीय युवा नीति का एक नया मसौदा तैयार किया है, जिस पर सभी हितधारकों से सुझाव माँगा गया है।
प्रमुख बिंदु
- विश्व के साथ भारत में भी तेजी से शहरीकरण हो रहा है।शहरीकरण प्राय: युवाओं के लियेअधिक अवसर पैदा करने वाले आर्थिक विकाससे जुड़ा हुआ है।
- हालाँकि, युवाओं के लिये सामाजिक असुरक्षा, बेरोजगारी, अपराध की उच्च दर और हिंसा प्रमुख चुनौतियों में शामिल हैं।
- युवा विकास से संबंधित महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और वैश्विक बाधाओं को दूर करने केउद्देश्य से युवा एवं खेल मामले मंत्रालय (MoYAS) ने राष्ट्रीय युवा नीति 2021 का मसौदा तैयार किया है।
राष्ट्रीययुवा नीतिका मसौदा
- यह मसौदा युवा विकास के लिये दस वर्षीय दृष्टिकोण एवं सतत् विकास लक्ष्यों की परिकल्पना करता है।
- यहभारत को आगे बढ़ाने के लिये युवाओं की क्षमता को खोलने का कार्य करेगा।
- युवाविकास, सरकार का प्राथमिक एजेंडा रहा है और नई नीति युवाओं के समग्र विकास में योगदान दे सकती है।
उद्देश्य
राष्ट्रीय युवानीति मसौदे में युवा विकासके लिये पांच प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को निर्धारित किया गया है, जो सामाजिक समावेशन के सिद्धांत पर आधारित है:
- शिक्षा
- रोजगार और उद्यमिता
- युवा नेतृत्व और विकास
- स्वास्थ्य, फिटनेस और खेल
- सामाजिक न्याय
मसौदे का महत्व
- बेहतर प्रबंधन के आभाव में युवा वर्ग चुनौती के रूप में उभर सकता है।
- अच्छी तरह से प्रशिक्षित एवं सुसज्जित युवा समूह सकल घरेलू उत्पाद और उत्पादक कार्य भागीदारी को बढ़ावा देंगे।
- युवाओं के विकास में आने वाली बाधाओं को दूर करने में सहायक।
- जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों, रोज़गार की बदलती प्रकृतिऔर बदलते विश्व के लिये तैयार करना।