शॉर्ट न्यूज़: 28 जुलाई, 2022
तेजी से बढ़ता वैश्विक जैव विविधता संकट
सिटाग्लिप्टिन
तेजी से बढ़ता वैश्विक जैव विविधता संकट
चर्चा में क्यों
इंटरगवर्नमेंटल साइंस-पॉलिसी प्लेटफॉर्म ऑन बायोडायवर्सिटी एंड इकोसिस्टम सर्विसेज (IPBES) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, तेजी से बढ़ते वैश्विक जैव विविधता संकट के साथ ही पौधों और जानवरों की दस लाख प्रजातियाँ विलुप्त होने की कगार पर हैं।
रिपोर्ट के निष्कर्ष
- विश्व में लोग प्रत्यक्ष रूप में जंगली मछली एवं जलीय अकशेरुकी जीवों की लगभग 7,500 प्रजातियों तथा 31,100 जंगली पौधों का उपयोग करते हैं, जिनमें पेड़ की 7,400, कवक की 1,500, जंगली स्थलीय अकशेरूकी की 1,700 तथा जंगली उभयचर, सरीसृप, पक्षियों एवं स्तनधारियों की 7,500 प्रजातियाँ शामिल हैं।
- मनुष्य भोजन, ऊर्जा, दवा एवं अन्य सामग्रियों के लिये 50,000 जंगली प्रजातियों पर निर्भर हैं। यह जैव विविधता क्षरण का एक प्रमुख कारण है।
- जंगली पौधे, शैवाल एवं कवक विश्व भर में पाँच लोगों में से एक के लिये भोजन, पोषण विविधता और आय प्रदान करते हैं।
- लगभग 2.4 अरब आबादी या वैश्विक आबादी का एक-तिहाई भाग, खाना पकाने के लिये ईंधन की लकड़ी पर निर्भर हैं।
- अति-शोषण को समुद्री पारिस्थितिक तंत्र में जंगली प्रजातियों के लिये मुख्य खतरे तथा स्थलीय एवं मीठे पानी के पारिस्थितिक तंत्र में दूसरे सबसे बड़े खतरे के रूप में पहचाना गया है।
सिटाग्लिप्टिन
चर्चा में क्यों
हाल ही में, सिटाग्लिप्टिन नामक मधुमेह की दवा को पेटेंट के दायरे से बाहर कर दिया गया है। इसी के साथ ही कई दवा कंपनियों द्वारा इसके जेनेरिक संस्करण को बाजार में उतारने की संभावना बढ़ गई है, जिससे भारत के 77 मिलियन मधुमेह रोगियों के लिये किफायती कीमत पर दवा उपलब्ध हो सकेगी।
सिटाग्लिप्टिन दवा
- यह दवा रक्त में शर्करा की मात्रा को कम करती है। यह ग्लिप्टिन नामक श्रेणी की पहली दवा थी जिसके द्वारा डाइपेप्टिडाइल पेप्टिडेज़-4 (DPP-4) नामक एक प्रोटीन को नियंत्रित किया जाता है।
- यह प्रोटीन चयापचय प्रणाली को प्रभावित करती है जिससे अग्न्याशय को इंसुलिन स्राव को बढ़ाने और रक्त में शर्करा को नियंत्रित करने के लिये प्रेरित किया जा सके।
- इसी श्रेणी की एक अन्य दवा विल्डाग्लिप्टिन (Vildagliptin) का विकास फार्मास्युटिकल कंपनी नोवार्टिस द्वारा किया गया। विदित है कि इस दवा की पेटेंट अवधि विगत वर्ष के अंत में समाप्त हो चुकी है।
- मधुमेह की कुछ अन्य दवाओं में एसजीएलटी -2 इनहिबिटर या ग्लिफ्लोज़िन एवं टेनेलिग्लिप्टिन शामिल है।
सिटाग्लिप्टिन के लाभ
- इस दवा को युवा व्यक्तियों के साथ-साथ बुजुर्गों को भी दिया जा सकता है क्योंकि यह हाइपोग्लाइकेमिया (शर्करा का स्तर बहुत कम होना) की स्थिति उत्पन्न नहीं करती है। हाइपोग्लाइकेमिया बुजुर्गों के लिये अत्यधिक हानिकारक स्थिति होती है।
- इस दवा का हृदय पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है।
- यह टाइप -2 मधुमेह के इलाज के लिये एक प्रमुख दवा है, जहाँ शरीर रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित नहीं कर पाता है क्योंकि यह या तो पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है या इंसुलिन के प्रभाव का प्रतिरोध करता है।