शॉर्ट न्यूज़: 30 मई, 2022
भारतीय व्यापार पोर्टल - ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस
भारत गौरव पर्यटक ट्रेन
भारत को मिलेगी पहली सेमी-हाई स्पीड मालगाड़ी ‘गतिशक्ति’
भारतीय व्यापार पोर्टल - ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस
चर्चा में क्यों
हाल ही में, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री ने भारतीय व्यापार पोर्टल (Indian Business Portal) लॉन्च किया है। यह भारतीय निर्यातकों और विदेशी खरीदारों के लिये एक अंतर्राष्ट्रीय व्यापार केंद्र के रूप में कार्य करेगा।
प्रमुख बिंदु
- भारतीय व्यापार पोर्टल, छोटे और माध्यम वर्ग (एस.एम.ई.) के निर्यातकों, कारीगरों और किसानों को अपने उत्पादों के लिये नए बाज़ारों की पहचान करने और वैश्विक स्तर पर अपनी बिक्री बढ़ाने में सशक्त बनाने के लिये एक बी2बी डिजिटल व्यापार केंद्र है।
- यह पोर्टल भारतीय स्टार्टअप, एस.एम.ई., कारीगरों और किसानों (जीआई उत्पाद) और सेवा प्रदाताओं के लिये एक बड़ा प्रोत्साहन होगा।
भारतीय व्यापार पोर्टल
भारतीय व्यापार पोर्टल एकमात्र मार्केटप्लेस है जो भारत में पंजीकृत निर्यातकों के लिये विशेष रूप से निर्मित किया गया है। यह निर्यातकों की सहायता करने के लिये पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण करने के लिये एकीकृत कई प्रकार की सुविधाओं और प्रासंगिक भागीदारों के साथ जुड़ा हुआ है।
उद्देश्य
- भारतीय निर्यातकों को डिजिटाइज़ करना और उन्हें ऑनलाइन खोजने योग्य बनने में मदद करना।
- सभी भारतीय राज्यों से निर्यात को बढ़ावा देना।
- उत्पादों और सेवाओं की विस्तृत श्रृंखला में भारत की ताकत का प्रदर्शन।
- खरीदारों और विक्रेताओं के बीच वर्चुअल बैठकों को प्रोत्साहित करना।
- विदेशी खरीदारों को भारतीय निर्यातकों का एक विश्वसनीय नेटवर्क प्रदान करना।
भारत गौरव पर्यटक ट्रेन
चर्चा में क्यों
हाल ही में, भारतीय रेलवे ने रामायण सर्किट पर पहली ‘भारत गौरव पर्यटक ट्रेन’ यात्रा शुरू करने का निर्णय लिया है।
प्रमुख बिंदु
- भारतीय रेलवे की पहली भारत गौरव पर्यटक ट्रेन की यात्रा वर्तमान वर्ष 21 जून को प्रारंभ होगी।
- यह भारत से अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार पड़ोसी देश नेपाल में यात्रा करने वाली पहली पर्यटक ट्रेन होगी।
- भारत गौरव पर्यटक ट्रेन भगवान राम के जीवन से जुड़े महत्त्वपूर्ण स्थानों को कवर करते हुए पर्यटन मंत्रालय की ‘स्वदेश दर्शन योजना’ के तहत चिह्नित रामायण सर्किट पर चलेगी।
- भारत गौरव ट्रेन का पहला पड़ाव ‘अयोध्या’ होगा, जहाँ पर्यटक राम जन्मभूमि मंदिर और हनुमान मंदिर के दर्शन करेंगे।
रामायण सर्किट
- रामायण सर्किट पर्यटन मंत्रालय की ‘स्वदेश दर्शन योजना’ के तहत विकास के लिये पहचाने गए पंद्रह विषयगत सर्किटों में से एक है।
- रामायण सर्किट थीम के तहत विकास के लिये पंद्रह गंतव्यों को शामिल किया गया है। इसमें अयोध्या, नंदीग्राम, शृंगवेरपुर और चित्रकूट (उत्तर प्रदेश), सीतामढ़ी, बक्सर और दरभंगा (बिहार), चित्रकूट (मध्य प्रदेश), महेंद्रगिरि (ओडिशा), जगदलपुर (छत्तीसगढ़), नासिक और नागपुर (महाराष्ट्र), भद्राचलम (तेलंगाना), हम्पी (कर्नाटक) और रामेश्वरम (तमिलनाडु) शामिल हैं।
भारत को मिलेगी पहली सेमी-हाई स्पीड मालगाड़ी ‘गतिशक्ति’
चर्चा में क्यों
भारतीय रेलवे के अनुसार, देश की पहली सेमी-हाई स्पीड मालगाड़ी ‘गतिशक्ति’ के दिसंबर 2022 तक शुरू करने की संभावना है।
प्रमुख बिंदु
- वंदे भारत ट्रेनों की अवधारणा पर आधारित ‘गति शक्ति’ में 16-कोच होंगे तथा यह 160 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है। इसका निर्माण चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में किया जाएगा।
- प्रत्येक ट्रेन में दुग्ध उत्पादों, मछली, फल और सब्जियों जैसे जल्दी खराब होने वाले सामानों को ले जाने के लिये रेफ्रिजेरेटेड वैगन भी होंगे।
- पीएम गति शक्ति पहल को एक केंद्रित तरीके से लागू करने के लिये रेलवे ने महत्त्वाकांक्षी योजना में तेज़ी लाने के लिये खुर्दा, बिलासपुर, दिल्ली और बेंगलुरू डिवीजनों में अपनी शाखाओं के साथ रेलवे बोर्ड में एक अलग निदेशालय बनाया है।
महत्त्व
- भारतीय रेलवे इन ट्रेनों के माध्यम से ई-कॉमर्स और कोरियर पार्सल सेगमेंट को लक्षित करने की योजना बना रहा है। गौरतलब है कि भारत के ई-कॉमर्स बाज़ार का वर्ष 2024 तक 111 अरब डॉलर, वर्ष 2026 तक 200 अरब डॉलर और वर्ष 2030 तक 350 अरब डॉलर तक पहुँचने की उम्मीद है।
- राष्ट्रीय रेल योजना के अनुसार, भारतीय रेलवे बेहतर का बुनियादी ढाँचे और व्यवसाय विकास योजनाओं के माध्यम से माल ढुलाई में अपनी वर्तमान हिस्सेदारी को 27 प्रतिशत से बढ़ाकर वर्ष 2030 तक 45 प्रतिशत करने का लक्ष्य है।
गति-शक्ति मल्टी-मॉडल कार्गो टर्मिनल नीति
- भारतीय रेलवे ने देश भर में 74 नए ‘गति-शक्ति मल्टी-मॉडल कार्गो टर्मिनल’ (GCT) स्थानों की पहचान की है, जिनमें से 20 दक्षिण भारतीय राज्यों में प्रधानमंत्री की महत्त्वाकांक्षी ‘गति-शक्ति मल्टी मॉडल कार्गो टर्मिनल’ नीति के तहत हैं।
- विदित है कि रेल कार्गो को संभालने के लिये अतिरिक्त टर्मिनलों के विकास में निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह नीति वर्ष 2021 में शुरू की गई थी।