मनमदुरै पॉटरी तमिलनाडु के शिवगंगा ज़िले की बर्तन बनाने की एक कला है जिसे हाल में भौगोलिक संकेतक प्रदान किया गया।
इन बर्तनों को बनाने के लिये मुख्य कच्ची सामग्री मृदा और जल है। विभिन्न स्थानों से एकत्र रेत को दो दिनों तक सुखाया जाता है जिससे बड़े कण अलग किये जाते है।
वैगई नदी मनमदुरै पॉटरी के लिये इस्तेमाल की जाने वाली क्ले को समृद्ध बनाती है। बर्तन की गुणवत्ता में सुधार के लिये इसमें सीसा और ग्रेफाइट मिलाया जाता है।