NCERT की पुस्तकें पढ़ना क्यों आवश्यक है?
बाज़ार में प्रत्येक विषय की अनेक पुस्तकें उपलब्ध हैं। छात्रों को देखना होता है कि कौन सी पुस्तक परीक्षा की आवश्यकताओं को पूरा कर रही है। जैसा कि आयोग ने मुख्य परीक्षा के पाठ्यक्रम में ही उल्लेख किया है कि अभ्यर्थियों से पाठ्यक्रम में उल्लिखित विषयों की सामान्य जानकारी की अपेक्षा की जाती है। इस लिहाज से NCERT की पुस्तकें सटीक बैठती हैं।
NCERT की पुस्तकों की विशेषताएँ
- इन पुस्तकों की भाषा सहज रखी गई है।
- इनमें प्रयुक्त शब्दावलियाँ आसान होती हैं।
- विषय की तकनीकी शब्दावलियों का प्रयोग हुआ है।
- विषयों का व्यावहारिक प्रस्तुतीकरण किया गया है।
- चित्रात्मक और रोचक प्रस्तुति की गई है।
- उल्लिखित सूचनाएँ एवं तथ्य प्रामाणिक होते हैं।
- इसके अभ्यास प्रश्न विषय को सम्पूर्णता प्रदान करते हैं।
NCERT की पुस्तकों का महत्त्व
- UPSC की तैयारी के लिए NCERT एक विश्वसनीय स्त्रोत है।
- इनका महत्त्व तीनों चरणों (प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा एवं साक्षात्कार) में है।
- परीक्षा में ठीक-ठाक मात्रा में NCERT से सीधे प्रश्न देखने को मिलते हैं।
- पाठ्यक्रम की अधिकांश पाठ्य सामग्री इन पुस्तकों में मिल जाती है।
- लेखन योग्य सरलीकृत विषय-वस्तु की आसानी से उपलब्धता हो जाती है।
- इन पुस्तकों से परीक्षा के लिए शॉर्ट नोट्स एवं सिनाप्सिस बनाना आसान होता है।
- पुस्तकों की सरल एवं बोधगम्य भाषा, उत्तर लेखन को प्रभावी बनाती है।
- विषय की मानक पुस्तकों के अध्ययन के लिए आधार प्रदान करती हैं।
UPSC सिविल सेवा की तैयारी करने वाले प्रत्येक अभ्यर्थी को इन पुस्तकों का अध्ययन अवश्य करना चाहिए। ये पुस्तकें भटकाव को कम कर देती हैं और तैयारी को कम समय में पूर्ण करने में मदद मिलती है। इस प्रकार ये पुस्तकें सीमित समय में और सीमित संसाधनों परीक्षा उत्तीर्ण करने में सहायता करती हैं।