‘नेत्र परियोजना’ (Network for Space Objects Tracking and Analysis : NETRA Project) को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा वर्ष 2019 में भारतीय उपग्रहों को मलबे एवं अन्य खतरों से सुरक्षित रखने के लिये लॉन्च किया गया था। यह एक प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली (Early Warning System) है।
नेत्र परियोजना के अंतर्गत भारत के विभिन्न स्थानों पर रडार, टेलीस्कोप, नियंत्रण केंद्र एवं डाटा प्रोसेसिंग इकाइयों को स्थापित किया जा रहा है, जिनका उद्देश्य छोट-से-छोटे मलबे की ट्रैकिंग सुविधाओं को पर्याप्त शक्तिशाली बनाना है। इन्हें स्वदेशी रूप से डिजाइन एवं निर्मित किया जा रहा है।
इसी संदर्भ में, प्रभावी निगरानी एवं ट्रैकिंग नेटवर्क स्थापित करने के भाग के रूप में 1,500 किमी. दूरी के साथ अंतरिक्ष मलबे पर नज़र रखने वाला एक रडार और एक ऑप्टिकल टेलीस्कोप स्थापित किया जा रहा है। यह 10 सेमी. या उससे अधिक आकार की वस्तुओं का पता लगाने और उन पर निगरानी रखने में सक्षम होगा।
विदित है कि लगभग 50 वर्षों में विश्व एवं भारत द्वारा अंतरिक्ष में हजारों छोटे बड़े उपग्रह स्थापित किये गए हैं, जिनमें से बहुत से उपग्रह वर्तमान में कार्यरत नहीं हैं जो कचरे के रूप में अंतरिक्ष में घूम रहे हैं, जिनके कार्यरत उपग्रहों से टकराने की संभावना बनी रहती है।