दुर्लभ भारतीय भाषाओं की ऑनलाइन उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये माइक्रोसॉफ्ट ने प्रोजेक्ट एलोरा (Enabling Low Resource Languages) की शुरुआत की है।
इस परियोजना के तहत शोधकर्ता दुर्लभ भाषाओं के डिजिटल संसाधनों का निर्माण कर रहे हैं।
इसका उद्देश्य आने वाली पीढ़ियों के लिये किसी भाषा को संरक्षित करना है ताकि इन भाषाओं के उपयोगकर्ता डिजिटल दुनिया में सहभागी बन सकें।
इसके तहत प्रारंभिक रूप से शोधकर्ताओं द्वारा मुंडेरी भाषा के संरक्षण का प्रयास किया जा रहा है। झारखण्ड, ओडिशा व पश्चिम बंगाल में निवास करने वाली मुंडा जनजाति द्वारा मुंडेरी भाषा बोली जाती है।