टोक्यो स्थित कंपनी एएलई छोटे उपग्रहों को लॉन्च करने की योजना बना रहा है जो कृत्रिम उल्कापात कर सकते हैं। इस परियोजना को स्काई कैनवस नाम दिया गया है।
एएलई कंपनी द्वारा धातु "शूटिंग स्टार" कणों को छोटे उपग्रहों द्वारा पृथ्वी से लगभग 400 किमी. ऊपर एक निम्न-पृथ्वी की कक्षा में ले जाया जाएगा। इसे वायुमंडल की तीसरी परत मेसोस्फीयर में वायुमंडलीय डाटा एकत्र करने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
प्राकृतिक उल्कापात तब होता है जब किसी धूमकेतु या क्षुद्रग्रह द्वारा छोड़े गए मलबे के पथ से होकर कोई ग्रह गुजरता है। धूमकेतुओं द्वारा सूर्य की परिक्रमा करते समय उत्सर्जित चट्टानों एवं बर्फ के टुकड़े को उल्का कहते हैं।
पर्सिड्स उल्कापात प्रत्येक वर्ष अगस्त में होता है जिसे पहली बार लगभग 2,000 वर्ष पूर्व चीनी इतिहास में दर्ज किया गया था।