नेशनल सेंटर ऑफ बायोलॉजिकल साइंसेज, बेंगलुरु के शोधकर्ताओं ने ज़ेब्राफिश पर किये गए एक अध्ययन से सिनेप्स के निर्माण को प्रेरित करने वाले कारकों पर प्रकाश डाला है।
सिनेप्स तंत्रिका तंत्र में एक ऐसी संरचना है, जिसमें तंत्रिका कोशिकाएँ आपस में संचार के लिये जंक्शनों के माध्यम से किसी अन्य लक्षित न्यूरॉन, कोशिका या ग्रंथि से जुड़ जाती हैं। इसमें एक न्यूरॉन विद्युत या रासायनिक संकेतों के माध्यम से लक्षित न्यूरॉन के साथ संचार करता है।
प्रत्येक तंत्रिका कोशिका की नर्व कॉर्ड का दूरस्थ भाग शाखा के रूप में होता है, जिसकी प्रत्येक शाखा के अंतिम छोर पर सिनेप्टिक नोब होती है। इस नोब में न्यूरोट्रांसमीटर रसायन पाए जाते हैं। ये नर्व कॉर्ड तांत्रिकीय आवेगों (Nerve Impulses) को कोशिका काय से दूर सिनेप्स पर अथवा तांत्रिकीयपेशी संधि (Neuromuscular Junction) पर पहुँचाते हैं।
एक न्यूरॉन से दूसरे न्यूरॉन तक तंत्रिका आवेगों का संचरण तथा विद्युत धारा का प्रवाह सिनेप्सिस द्वारा होता है। सिनेप्स दो प्रकार के होते हैं, विद्युत सिनेप्स एवं रासायनिक सिनेप्स।
विद्युतीय सिनेप्सिस से आवेग का संचरण, एक तंत्रिकाक्ष से उत्पन्न आवेग के संचरण के समान होता है, जो रासायनिक सिनेप्सिस से होने वाले संचार की तुलना में अधिक तीव्र होता है। मनुष्य के तंत्रिका तंत्र में विद्युतीय सिनेप्सिस बहुत कम होते हैं।