भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी ‘भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रण प्राइवेट लिमिटेड’ (BRBNMPL) ने मैसूर में एक स्याही निर्माण इकाई- ‘वर्णिका’ (Varnika) की स्थापना की है। आर.बी.आई. गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस इकाई को राष्ट्र को समर्पित किया है।
इसकी वार्षिक स्याही निर्माण क्षमता 1,500 मीट्रिक टन है। इसकी स्थापना का मुख्य उद्देश्य देश के बैंक नोटों की सुरक्षा बढ़ाना है। यह इकाई सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल को बढ़ावा देगी।
यह इकाई सुनिश्चित करेगी कि बैंक नोटों की छपाई के लिये आवश्यक स्याही पूरी तरह से देश में ही निर्मित हो। यह कलर शिफ्ट इंटैग्लियो इंक (Colour Shift Intaglio Ink : CSII) का भी निर्माण कर रही है। इससे लागत में कमी आएगी और बैंक नोट छापने की स्याही के उत्पादन में भारत अधिक आत्मनिर्भर बनेगा।
उल्लेखनीय है कि बी.आर.बी.एन.एम.पी.एल. सभी भारतीय बैंक नोटों को छापने का काम करता है और इसे सिक्कों एवं बैंक नोटों की बढ़ती माँग को पूरा करने के उद्देश्य से वर्ष 1995 में स्थापित किया गया था।