'अगप्पे चित्रा मैग्ना' कोरोना संक्रमण की जाँच के लिये 'श्री चित्रा तिरुनल चिकित्सा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान' (SCTIMST) द्वारा विकसित एक चुम्बकीय सूक्ष्मकण-आधारित आर.एन.ए. निष्कर्षण किट है।
- इस किट का विकास त्रिवेंद्रम स्थित, 'एस.सी.टी.आई.एम.एस.टी.' ने अगप्पे डाइग्नोस्टिक्स लिमिटेड के साथ मिलकर किया है। नेशनल वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट' द्वारा इस किट को वैधता प्रदान की गई है तथा 'सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइज़ेशन' (CDSCO) द्वारा इसके वाणिज्यिक उपयोग को अनुमति दी गई है।
- आर.एन.ए. पृथक्कीकरण के लिये यह किट एक अभिनव तकनीक का उपयोग करती है। इसके तहत रोगी के नमूने से आर.एन.ए. को अलग करने के लिये चुम्बकीय नैनोकणों का उपयोग किया जाता है, ये चुम्बकीय नैनोकण वायरल आर.एन.ए. के साथ जुड़ जाते हैं तथा चुम्बकीय क्षेत्र के सम्पर्क में आने पर अत्यंत शुद्ध व सांद्र आर.एन.ए. देते हैं। इस जाँच विधि की संवेदनशीलता वस्तुतः वायरल आर.एन.ए. की पर्याप्त मात्रा की प्राप्ति पर निर्भर करती है।
- इस किट का उपयोग, SARS-COV-2 की जाँच हेतु आर.एन.ए. पृथक्करण के लिये RT-LAMP, RT-qPCR, RT-PCR तथा अन्य समतापीय (Isothermal) एवं पी.सी.आर-आधारित प्रोटोकॉल के लिये किया जा सकता है।
- उल्लेखनीय है कि 'अगप्पे चित्रा मैग्ना किट' की कीमत लगभग 150 रुपए है, इसके आने से देश में कोरोना संक्रमण की जाँच की लागत और आयात किट (कीमत लगभग 300 रुपए) पर निर्भरता कम होगी।