अगुम्बे, कर्नाटक के शिमोगा ज़िले में तीर्थहल्ली के समीप स्थित एक गाँव है। यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल है, जो अपनी समृद्ध जैव विविधता, जल प्रपात एवं लाल-धुंधले सूर्यास्त के लिये प्रसिद्ध है।
पश्चिमी घाट में बसे इस गाँव को 'दक्षिण का चेरापूंजी' कहा जाता है। यहाँ बड़ी संख्या में कोबरा सर्प पाए जाते हैं, इस वजह से इसे भारत की 'कोबरा राजधानी' के रूप में भी जाना जाता है।
यह सोमेश्वर वन्यजीव अभयारण्य और कुद्रेमुख राष्ट्रीय उद्यान के समीप स्थित है। अगुम्बे घाट अपने हेयर पिन कर्व संरचना की संख्या के लिये जाना जाता है।
कुंडापुर, शंकरनारायण, होसानगर, श्रृंगेरी और तीर्थहल्ली के आसपास के आरक्षित वनों को सामूहिक रूप से अगुम्बे वर्षावन के रूप में जाना जाता है।