किसी व्यक्ति के कार्बन फुटप्रिंट्स (Carbon footprints) का आकलन करने के लिये चंडीगढ़ में एक मोबाइल एप्लिकेशन ‘कार्बन वॉच’ लॉन्च किया गया है। चंडीगढ़ ऐसा करने वाला भारत का पहला राज्य या केंद्र शासित प्रदेश बन गया। इसका उद्देश्य लोगों को क्लाइमेट-स्मार्ट बनाते हुए उन्हें उनके कार्बन फुटप्रिंट्स के प्रति सचेत करना है।
इस एप्लिकेशन को एक क्यू.आर. कोड के माध्यम से डाउनलोड किया जा सकता है। डाउनलोड करने के पश्चात चंडीगढ़ निवासियों को चार श्रेणियों - जल, ऊर्जा, अपशिष्ट उत्पादन और परिवहन के संबंध में विवरण देना होगा।
जल श्रेणी के अंतर्गत, लोगों को जल उपभोग के संबंध में सूचित करना आवश्यक होगा। ऊर्जा श्रेणी के अंतर्गत, घर में उपयोग की जाने वाली विद्युत इकाइयों, मासिक बिल तथा सौर ऊर्जा के उपयोग के बारे में तथा अपशिष्ट श्रेणी के अंतर्गत 'वैयक्तिक स्तर पर लोगों को अपशिष्ट सृजन के संदर्भ में विवरण प्रस्तुत करना' होगा। परिवहन श्रेणी में, उपयोग किये जाने वाले चार पहिया, दोपहिया परिवहन साधनों बारे में सूचित करना होगा।
कार्बन फुटप्रिंट्स ग्रीनहाउस गैसों, विशेष रूप से कार्बन डाइऑक्साइड की वह मात्रा है जो मानवीय गतिविधियों के कारण उत्पन्न होती है। लोगों के लगभग सभी व्यवहार, जिनमें खानपान से लेकर कपड़े पहनना तक शामिल हैं, कार्बन फुटप्रिंट्स का कारण बनते हैं।