नासा के वैज्ञानिकों ने सौरमंडल में गामा- किरण विस्फोट का अवलोकन किया है जिसे GRB 221009A नाम दिया गया है।
यह गामा- किरण विस्फोट अत्यधिक चमकीला था जिसके कारण अंतरिक्ष में गामा-किरण उपकरणों ने अस्थायी रूप से कार्य करना बंद कर दिया।
गामा- किरण विस्फोट मूल रूप से एक ब्लैक होल के अस्तित्व में आने की पहली अवस्था है। एक विशालकाय तारे के जीवनकाल के अंतिम चरण में अपने विशाल द्रव्यमान का समर्थन करने के लिये पर्याप्त ईंधन उत्पन्न करने में विफल होने पर इसके द्रव्यमान में कमी आती है तथा यह ब्लैक होल बन जाता है।
इस प्रक्रिया के दौरान एक विस्फोट उत्पन्न होता है जिसे सुपरनोवा कहा जाता है। साथ ही परिणामी ब्लैक होल अवशिष्ट गैस एवं धूल के एक विशाल बादल में परिवर्तित हो जाता है।