हाल ही में, वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा (GHS) सूचकांक जारी किया गया जिसमें भारत 57वें स्थान पर है।
देश |
रैंक |
अंक (100 में ) |
अमेरीका |
1 |
83.5 |
यू.के. |
2 |
77.9 |
नीदरलैंड |
3 |
75.6 |
भारत |
57 |
46.5 |
सोमालिया |
194 |
16.6 |
भूमध्यरेखीय गिनी |
195 |
16.2 |
- इस सूचकांक में थाईलैंड और दक्षिण कोरिया, एशिया में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले देश हैं।
- वस्तुतः जी.एच.एस. स्वास्थ्य सुरक्षा से सम्बंधित सूचकांक है जो 195 देशों में स्वास्थ्य सुरक्षा और उससे सम्बंधित सक्षमताओं का पहला व्यापक मूल्यांकन है।
- जी.एच.एस. सूचकांक न्यूक्लियर थ्रेट इनीशिएटिव (NTI) और जॉन्स हॉपकिन्स सेंटर फॉर हेल्थ सिक्योरिटी (JHU) का संयुक्त प्रयास है। इसे द इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (EIU) द्वारा विकसित किया गया था।
- इस सूचकांक का निर्धारण निम्नलिखित 6 वर्गों के आधार पर किया जाता है:
- रोकथाम (Prevention): रोगाणुओं की उत्पत्ति की रोकथाम।
- डिटेक्शन एंड रिपोर्टिंग (Detection and Reporting): रोग/महामारी की शुरुआती चरणों में ही पहचान तथा रिपोर्टिंग।
- त्वरित प्रतिक्रिया (Rapid Response): महामारी की रोकथाम हेतु त्वरित प्रतिक्रिया और शमन।
- स्वास्थ्य प्रणाली (Health System): रोगियों के इलाज और स्वास्थ्य कार्यकर्त्ताओं की सुरक्षा हेतु मज़बूत स्वास्थ्य प्रणाली।
- अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों का अनुपालन (Compliance With International Norms): राष्ट्रीय क्षमता में सुधार हेतु प्रतिबद्धता, इससे सम्बंधित वित्तीय योजनाओं व वैश्विक मानदंडों का अनुपालन करना।
- जोखिमपूर्ण वातावरण (Risk Environment): समग्र जोखिम व जैविक खतरों के संदर्भ में देश की सुभेद्यता।