वेल्थ हंगर हिल्फे एंड कंसर्न वल्डवाइड द्वारा सयुंक्त रूप से ‘वैश्विक भुखमरी सूचकांक (GHI), 2021’ जारी किया गया है। वर्ष 2021 के लिये जारी जी.एच.आई. रिपोर्ट में कुल 135 देशों को शामिल किया गया और उपलब्ध आँकड़ों के आधार पर 116 देशों को रैंकिंग प्रदान की गई है।
रिपोर्ट में 18 देशों को उच्च रैंक प्रदान की गई है, क्योंकि इन देशों का स्कोर 5 से कम है और इनके अंकों के बीच न्यूनतम अंतर है। इनमें चीन, ब्राज़ील, तुर्की और कुवैत प्रमुख देश हैं।
भारत इस सूचकांक में 27.5 अंको के साथ 101वें स्थान पर है तथा यहाँ भुखमरी का स्तर ‘गंभीर’ है। गौरतलब है कि विगत वर्ष इसकी रैंक 94 थी। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में कोविड-19 महामारी जनित लॉकडाउन से व्यापक जन-जीवन प्रभावित हुआ।
वैश्विक स्तर पर भारत में ‘चाइल्ड वेस्टिंग दर’ सर्वाधिक है, यह दर वर्ष 1998 और 2002 के बीच 17.1% थी जो बढ़कर वर्ष 2016 और 2020 के बीच 17.3% हो गई है। हालाँकि, भारत ने अन्य तीन पैमानों में सुधार किया है।
भारत के पड़ोसी देश, जैसे- नेपाल (76), बांग्लादेश (76), म्याँमार (71) और पाकिस्तान (92) भी भुखमरी को लेकर चिंताजनक स्थिति में हैं, लेकिन भारत की तुलना में इन देशों ने अपने नागरिकों को भोजन उपलब्ध कराने के मानक पर बेहतर प्रदर्शन किया है।
विदित है कि जी.एच.आई. में देशों को चार संकेतकों के आधार पर अंक प्रदान किये जाते हैं, ये हैं-
अल्प पोषण- जनसंख्या के अनुपात में भोजन की अपर्याप्त उपलब्धता।
चाइल्ड स्टंटिंग- 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों में आयु के अनुपात में कम लंबाई।
चाइल्ड वेस्टिंग- 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों में लंबाई के अनुपात में कम वज़न।
बाल मृत्यु दर- 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर।