28 जून, 2022 को गोल (Going Online as Leaders : GOAL) कार्यक्रम का दूसरा चरण शुरू किया गया है। यह जनजातीय कार्य मंत्रालय तथा मेटा की एक संयुक्त पहल है।
इसका उद्देश्य डिजिटल तकनीक का उपयोग कर प्रशिक्षक-प्रशिक्षु की अवधारणा के माध्यम से उद्यमिता को बढ़ावा देकर जनजातीय युवाओं को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना है। यह कार्यक्रम पूर्णतया मेटा (फेसबुक इंडिया) द्वारा वित्त पोषित है।
इसके पहले चरण की शुरुआत मई 2020 में एक पायलट परियोजना के रूप में की गई थी। इस चरण में प्रशिक्षुओं को तीन पाठ्यक्रम- संचार व जीवन कौशल, डिजिटल उपस्थिति को सक्षम बनाना तथा नेतृत्व व उद्यमिता पर आधारित 40 घंटे से अधिक का प्रशिक्षण प्रदान किया गया था।