राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के अंतर्गत, ग्रामीण स्तर पर स्मार्ट जल आपूर्ति मापन और निगरानी प्रणाली को विकसित करने के लिये ग्रैंड आई.सी.टी. चैलेंज शुरू किया गया है। इसका क्रियान्वयन इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सहयोग से जल शक्ति मंत्रालय द्वारा किया जाएगा।
इसका उद्देश्य नवीन, आधुनिक और किफ़ायती दर पर पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराना है। इसके कुशल क्रियान्वयन के लिये स्टार्ट-अप कम्पनी; सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा भारतीय सीमित देयता भागीदारी कम्पनियों से प्रस्ताव आमंत्रित किये जाएंगे।
यह योजना घरेलू स्तर पर सेवा वितरण पर अपना ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ भारत के जीवंत आई.ओ.टी. पारिस्थितिकी तंत्र को भी मज़बूती प्रदान करेगी। शुरुआत में यह परियोजना 100 गाँवों में शुरू की जाएगी।
ग्रैंड आई.सी.टी. चैलेंज के तहत सर्वश्रेष्ठ समाधान प्रस्तुत करने वाले व्यक्ति को 50 लाख तथा द्वितीय स्थान प्राप्तकर्ता को 20 लाख रुपए का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। कुशल डेवलपर्स को उनके काम को पूरा करने के लिये एम.ई.आई.टी.वाई. (MEITY) समर्थित इनक्यूबेटर या सी.ओ.ई. में शामिल होने का अवसर दिया जाएगा। इससे आत्मनिर्भर भारत, डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया जैसी पहलों को बढ़ावा मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि अगस्त 2019 में शुरू हुए ‘जल जीवन मिशन’ का उद्देश्य प्रत्येक ग्रामीण परिवार को वर्ष 2024 तक घरेलू नल कनेक्शन प्रदान कर निर्धारित गुणवत्ता और नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में जल की आपूर्ति सुनिश्चित करना है।