हाल ही में, संयुक्त अरब अमीरात (यू.ए.ई.) का पहला मंगल मिशन 'होप' (Hope) जापान के तानेगाशिमा स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया। यह अरब देशों का पहला मंगल मिशन है। इसकी मिशन-आयु एक मंगल-वर्ष (Martian year- पृथ्वी के लगभग दो वर्षों के बराबर) है।
- वर्ष 2015 में मनुष्यों के लिये लाल ग्रह (मंगल) के वातावरण का पहला एकीकृत प्रतिरूप तैयार करने के उद्देश्य से इस मिशन की घोषणा की गई थी। इस मिशन का आधिकारिक नाम अमीरात मार्स मिशन (Emirates Mars Mission- EMM) तथा ऑर्बिटर को होप या अल अमाल (Al Amal) नाम दिया गया है।
- इस मिशन के द्वारा मंगल ग्रह के वातावरण की निचली सतह तथा ग्रह पर जलवायु की गतिशीलता का अध्ययन किया जाएगा ताकि मंगल ग्रह के वातावरण में हो रहे क्षरण (हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के पलायन) का कारण पता चल सके। यू.ए.ई. के मोहम्मद बिन राशिद स्पेस सेंटर द्वारा संचालित किया जा रहा होप ऑर्बिटर 200 दिन तक मंगल की परिक्रमा करने के बाद वर्ष 2021 में मंगल की कक्षा में प्रवेश करेगा।
- लगभग 1500 किग्रा. वज़नी अंतरिक्ष यान, कई वैज्ञानिक उपकरणों, जैसे एमिरेट्स एक्सप्लोरेशन इमेज़र (EXI- उच्च-रिज़ॉल्यूशन कैमरा) , अल्ट्रावॉयलेट स्पेक्ट्रोमीटर (EMUS), फॉर-यू.वी. इमेजिंग स्पेक्ट्रोग्राफ, इंफ्राड्रेड स्पेक्ट्रोमीटर (EMIRS) और FTIR स्कैनिंग स्पेक्ट्रोमीटर आदि को भी अपने साथ ले गया है।
- ध्यातव्य है कि मंगल ग्रह के लिये अंतरिक्ष यान सामान्यतः जुलाई माह में प्रक्षेपित किये जाते हैं क्योंकि अलग-अलग गतियों से सूर्य की परिक्रमा करते हुए पृथ्वी और मंगल दोनों ग्रह प्रत्येक दो वर्ष में एक बार निकटतम बिंदुओं पर परस्पर संरेखित होते हैं।