हाल ही में, मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा 'इंडिया रिपोर्ट ऑन डिजिटल एजुकेशन' जारी की गई है। यह रिपोर्ट राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के शिक्षा विभागों के परामर्श से मानव संसाधन विकास मंत्रालय के डिजिटल शिक्षा प्रभाग द्वारा तैयार की गई है।
- यह रिपोर्ट, बच्चों के सीखने के अंतराल को कम करने और उन्हें घर पर ही सुगम और समावेशी शिक्षा सुनुश्चित करने के लिये अपनाई गई नवाचारी पद्धतियों पर विस्तृत रूप से चर्चा करती है। रिपोर्ट में स्कूली शिक्षा और दूरस्थ शिक्षा की सुविधा हेतु की गई विभिन्न पहलों की एक बेहतर समझ विकसित करने पर भी ज़ोर दिया गया है।
- राज्य सरकारों द्वारा डिजिटल शिक्षा की दिशा में कई पहलें की गईं हैं जैसे, राजस्थान द्वारा स्माइल (Social Media Interface For Learning Engagement–SMILE), बिहार में उन्नयन पहल तथा विद्यावाहनी एप, दिल्ली में मिशन बुनियाद, उत्तराखण्ड में सम्पर्क बैठक एप, ओडिशा में शिक्षा संजोग और कर्नाटक में परीक्षा वाणी आदि।
- वैश्वीकरण के वर्तमान दौर में गुणवत्तापूर्ण डिजिटल शिक्षा का महत्त्व अत्यधिक बढ़ गया है, इसलिये मानव संसाधन विकास मंत्रालय' द्वारा शिक्षकों, विद्वानों और छात्रों के सीखने की क्षमता में वृद्धि हेतु कई योजनाएँ शुरू की गईं हैं। इनमें ई-पाठशाला, स्वयं प्रभा, दूरदर्शन और क्षेत्रीय चैनल, रेडियो (AIR) तथा दीक्षा पोर्टल उपयोगकर्ताओं के पसंदीदा माध्यम हैं।
- राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा सुदूर क्षेत्रों या इंटरनेट सुविधा की कमी वाले क्षेत्रों में समावेशी शिक्षा सुनिश्चित करने हेतु बच्चों को घर पर ही पाठ्य पुस्तकों का वितरण किया जा रहा है।