हाल ही में, चीन द्वारा पहली बार निगेटिव-यील्ड बॉन्ड जारी किये गए, जिनकी यूरोपीय निवेशकों द्वारा भारी मांग देखी गई। ऐसे समय में जब विश्व कोविड -19 महामारी से जूझ रहा है तथा यूरोप जैसे विकसित बाज़ारों में ब्याज दरें बहुत कम हैं, यह निवेशकों के लिये एक बड़ा आकर्षण है।
चीन द्वारा 10-वर्षीय और 15-वर्षीय बॉन्ड पर सकारात्मक रिटर्न की पेशकश इन बॉन्ड की भारी मांग की एक मुख्य वजह है। जैसा कि चीन द्वारा जारी किये गए 5-वर्षीय बॉन्ड पर –0.15% यील्ड है, जबकि यूरोपीय बॉन्ड में दी जाने वाली यील्ड –0.5% और –0.75% के बीच है, जो अपेक्षाकृत बहुत कम है।
बॉन्ड सामान्यतः निगम और सरकारों द्वारा धन एकत्रित करने के लिये जारी किये गए ऋण प्रपत्र होते हैं। निवेशक बॉन्ड को अंकित मूल्य पर खरीदते हैं। निवेशकों को बॉन्ड धारण करने के लिये एक निश्चित ब्याज दर का भुगतान किया जाता है, जिसे 'कूपन दर' कहते हैं। प्रत्येक बॉन्ड की परिपक्वता अवधि होती है जिस पर निवेशक को मूल राशि (बॉन्ड पर अंकित मूल्य) का भुगतान किया जाता है।
निगेटिव-यील्ड बॉन्ड वे ऋण प्रपत्र हैं, जो निवेशक को बॉन्ड की परिपक्वता अवधि पर अंकित मूल्य से कम राशि का भुगतान करने की पेशकश करते हैं। ये सामान्यतः केंद्रीय बैंक या सरकार द्वारा जारी किये जाते हैं तथा निवेशक व उधारकर्ता को उसकी धनराशि के एवज में ब्याज अदा करते हैं। निगेटिव-यील्ड बॉन्ड तनाव और अनिश्चितता के समय निवेश को आकर्षित करते हैं जो निवेशकों को उनकी पूंजी के क्षरण से बचाने के लिये महत्त्वपूर्ण है।