पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने 500 किमी. ऑप्टिकल ग्राउंड वायर टेलिकॉम नेटवर्क का उपयोग कर पहाड़ी क्षेत्रों में दूरसंचार को बेहतर बनाने के लिये, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड के साथ शिमला में एक समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। पावरग्रिड विद्युत मंत्रालय के तहत सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है। विदित है कि राज्य में पहले से 350 किमी. ओ.पी.जी.डब्ल्यू. का उपयोग किया जा रहा है।
ऑप्टिकल ग्राउंड वायर एक ट्यूबलर संरचना होती है, जिसमें एक या एक से अधिक ऑप्टिकल फाइबर होते हैं जो एल्यूमीनियम और स्टील के तार की परतों से घिरे होते हैं। ये टावर को ज़मीन से जोड़ने का काम करते हैं। आई.ई.ई.ई. (Institute of Electrical and Electronics Engineers) मानक के अनुसार ऑप्टिकल ग्राउंड वायर को ऑप्टिकल फाइबर कम्पोज़िट ओवरहेड ग्राउंड वायर के रूप में भी जाना जाता है। यह एक प्रकार की केबल है, जिसका उपयोग ओवरहेड पावर लाइनों में ग्राउंडिंग और संचार के कार्यों को जोड़ने में किया जाता है।
केबल के भीतर ऑप्टिकल फाइबर का उपयोग उपयोगिताओं के बीच उच्च गति डेटा टेलीमेट्री तथा शहरों के बीच उच्च गति के फाइबर इंटरकनेक्शन हेतु तीसरे पक्ष को बेचने के लिये किया जाता है।
प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों, भूस्खलन और दुर्गम इलाकों के कारण राज्य को सीमित दूरसंचार नेटवर्क पहुँच का सामना करना पड़ रहा था। इस नेटवर्क के माध्यम से दूरसंचार सेवा प्रदाता, राज्य में दूरदराज के लोगों को निर्बाध मोबाइल/इंटरनेट सेवाएँ प्रदान करने में सक्षम होंगे।