‘प्रिज़्म’ का पूरा नाम ‘व्यक्ति, स्टार्ट-अप और एम.एस.एम.ई. में नवाचार संवर्धन’ (Promoting Innovations in Individuals, Start-ups and MSMEs-PRISM) है। यह नवाचार को बढ़ावा देने के लिये वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग (DSIR) की एक पहल है।
इसका उद्देश्य समाज के लिये कार्यान्वयन योग्य और व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य नवाचारों का प्रोत्साहन, समर्थन और वित्तपोषण करके व्यक्तिगत नवोन्मेषकों (Innovators) को एक सफल तकनीकी उद्यमकर्ता (Technopreneur) बनाना है।
इस पहल के अंतर्गत भारतीय विद्यार्थियों, पेशेवरों और आम नागरिकों को डी.एस.आई.आर. द्वारा तकनीकी, रणनीतिक एवं वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, ताकि वैचारिक विकास, प्रोटोटाइप विकास, पायलट स्केलिंग (छोटे पैमाने पर एक प्रारंभिक अध्ययन) और पेटेंट को बढ़ाया जा सके। इसके अंतर्गत अनुदान दो चरणों में दिया जाता है।
इस कार्यक्रम को ऊर्जा, स्वास्थ्य सेवा, हरित प्रौद्योगिकी, स्वच्छ ऊर्जा, अपशिष्ट प्रबंधन और अन्य क्षेत्रों में लागू किया गया है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने डी.एस.आई.आर.-प्रिज़्म योजना के प्रसार के लिये एक जागरूकता कार्यक्रम का उद्घाटन किया है।