आई.आई.टी. गांधीनगर ने, कोरोना वायरस के चलते घरों में लॉकडाउन अपने विद्यार्थियों में महत्त्वपूर्ण दक्षताओं को बढ़ाने के उद्देश्य से उन्हें रचनात्मक परियोजनाओं में संलग्न करने के लिये 'प्रोजेक्ट आइज़ेक' लॉन्च किया है।
- विद्यार्थियों में लेखन, चित्रकला, कोडिंग, संगीत, रचनात्मक अभिव्यक्ति से सम्बंधित दक्षताओं के विकास हेतु, आई.आई.टी. द्वारा चार अलग-अलग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है।
- विद्यार्थी इन प्रतियोगिताओं में ऑनलाइन सहभागिता भी कर सकते हैं।
- वस्तुतः आई.आई.टी. गांधीनगर का यह प्रोजेक्ट दुनियाभर के शिक्षण संस्थानों के लिये एक मॉडल है कि इस भयंकर महामारी के दौर में वे अपने विद्यार्थियों को किस तरह रचनात्मक कार्यों में संलग्न रख सकें।
- यह प्रोजेक्ट महान वैज्ञानिक सर आइज़ेक न्यूटन से प्रेरित है। दरअसल, वर्ष 1965 में लंदन में फैले भयंकर प्लेग के समय न्यूटन को भी कॉलेज से घर भेज दिया गया था, जहाँ घर में ही रहकर उन्होंने अपनी कई महान वैज्ञानिक खोजें (आरंभिक कैलकुलस, प्रकाशिकी गुरुत्वाकर्षण इत्यादि) की थीं।