‘सेरोटोनिन’ अमीनो अम्ल ट्रिप्टोफैन (Amino Acid Tryptophan) से निर्मित एक रसायन है, जो मानव शरीर में तंत्रिका कोशिकाओं द्वारा उत्पन्न होता है। मानव शरीर में यह सामान्यतः मस्तिष्क, पाचन तंत्र, रक्त बिम्बाणु (Blood Platelets) में पाया जाता है।
- सेरोटोनिन कमोबेश मानव शरीर के प्रत्येक अंग को प्रभावित करता है, परंतु यह मुख्यतः मानव व्यवहार (Human behaviour) एवं मनोभावों (Emotions), जैसे कि खुशी, चिंता, क्रोध, शांति के साथ-साथ पाचन क्रिया तथा स्मृति इत्यादि को प्रबंधित करता है।
- मानव रक्त में सेरोटोनिन का स्तर सामान्यतः 101-283 नैनोग्राम प्रति मिलीलीटर होना चाहिये। शरीर में इसकी कमी अवसाद (Depression) को जन्म देती है, जबकि इसकी अधिकता उत्तेजना एवं अत्यधिक खुशी जैसे मनोभावों को उत्पन्न करती है; परंतु इसके स्तर में अत्यधिक वृद्धि कभी-कभी कैंसर का कारण भी बन सकती है। सूखे मेवे, अंडा, दुग्ध निर्मित पदार्थ इत्यादि सेरोटोनिन के प्रमुख स्रोत हैं।
- ध्यातव्य है कि कुछ समय पूर्व टिड्डियों के आक्रमण के कारण ‘सेरोटोनिन’ चर्चा का विषय बना। सामान्यतः टिड्डी अकेले रहना पसंद करती है, परंतु इनके मस्तिष्क में सेरोटोनिन की मात्रा में वृद्धि होने पर उनके सामाजिक व्यवहार (Social Behaviour) में परिवर्तन आता है और वे झुंड में एकत्रित होने लगती हैं।
- दरअसल, भोजन की तलाश के दौरान टिड्डियों में सेरोटोनिन की मात्रा बढ़ती है, इसीलिये फसल कटाई के समय इनके झुंड देखने को मिलते हैं। टिड्डियों में सेरोटोनिन को नियंत्रित करने के लिये प्रायः मैलाथियोन (Malathion) नामक कीटनाशक का प्रयोग किया जाता है।