त्र्यंबकेश्वर मंदिर महाराष्ट्र के नासिक ज़िले में ब्रह्मगिरि पर्वत के तलहटी में स्थित है जहाँ से गोदावरी नदी प्रवाहित होती है।
इसका निर्माण तीसरे पेशवा बालाजी बाजीराव (1740-1760) ने एक पुराने मंदिर के स्थान पर करवाया था।
त्र्यंबकेश्वर मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह एकमात्र ज्योर्तिलिंग है जहाँ ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों ही देवता विराजित हैं। अन्य सभी ज्योतिर्लिंगों में केवल भगवान शिव ही विराजमान हैं।
वारकरी संप्रदाय के संत श्री निवृत्तिनाथ ने यहीं पर संजीवन समाधि ली थी। इनकी पुण्यतिथि पर आयोजित यात्रा के अवसर पर लाखों वारकरी अनुयायी त्र्यंबकेश्वर मंदिर में एकत्रित होते हैं।