खगोलविदों के एक दल ने सर्वाधिक तीव्र गति से घूर्णन करने वाले एक सफ़ेद बौने तारे (White Dwarf Star) की पुष्टि की है। यह तारा प्रत्येक 25 सेकंड में अपना एक घूर्णन पूरा करता है। यह बाइनरी स्टार सिस्टम का हिस्सा है।
यह चुंबकीय प्रोपेलर प्रणाली का एक अत्यंत दुर्लभ उदाहरण है, जो अपने निकटस्थ तारे से गैसीय प्लाज़्मा गुरुत्वाकर्षित कर उसे लगभग 3,000 किमी. प्रति सेकंड की गति से अंतरिक्ष में प्रसारित कर देता है।
यह शक्तिशाली और संवेदनशील उपकरणों के संयोजन से पहचाना जाने वाला 70 से अधिक वर्षों में केवल दूसरा चुंबकीय प्रोपेलर सफ़ेद बौना तारा है।
यह तारे ईंधन के रूप में हाइड्रोजन का उपयोग करते हैं। इन तारों की बाह्य परत का ईंधन हीलियम में परिवर्तित हो जाता है, जिससे इनकी ऊर्जा विकिरण तीव्रता में कमी आती है तथा इन तारों का रंग लाल हो जाता है। अतः इन्हें ‘लाल महाकाय तारे’ (Red Giant Star) के नाम से जाना जाता है। तारों का ईंधन समाप्त होने की स्थिति में अधिकांश तारे सफेद बौने तारे के रूप में परिवर्तित हो जाते हैं।