हाल ही में, वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद् (CSIR) की दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल) स्थित प्रयोगशाला, केंद्रीय यांत्रिक अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (CMERI) ने विश्व के सबसे बड़े सौर वृक्ष को विकसित किया है।
- 11.5 kWp (Kilowatts peak) की क्षमता वाला यह सौर वृक्ष, स्वच्छ और हरित ऊर्जा की 12,000-14,000 इकाइयाँ उत्पन्न कर सकता है। साथ ही, इसके द्वारा उत्पन्न अतिरिक्त ऊर्जा को ऊर्जा ग्रिड में सुरक्षित भी रखा जा सकता है।
- इस सौर वृक्ष को इस प्रकार डिज़ाइन किया गया है कि इसके प्रत्येक सोलर फोटोवोल्टिक (पी.वी.) पैनल को सूर्य का अधिकतम प्रकाश मिल सके व इसका छाया क्षेत्र न्यूनतम रहे।
- प्रत्येक सौर वृक्ष में अन्य ऊर्जा स्रोतों की अपेक्षा 10-12 टन CO2 उत्सर्जन को रोकने की क्षमता है। इसके अनुप्रयोग से कृषि पहले से अधिक ऊर्जा वहनीय और आर्थिक रूप से संगठित गतिविधि बन सकती है।
- इस सौर वृक्ष के द्वारा खेतों की पूरे समय सी.सी.टी.वी. निगरानी, वास्तविक समय पर आर्द्रता की स्थिति, हवा की गति, वर्षा की भविष्यवाणी और मिट्टी की गुणवत्ता का परीक्षण जैसी आई.ओ.टी. (Internet Of Things-IOT) आधारित सुविधाओं का उपयोग किया जा सकेगा, जिससे कृषि सम्बंधी गतिविधियों में व्याप्त अनिश्चितताएँ दूर होंगी।