भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने वर्ष 2019 से स्कूली बच्चों को विज्ञान से जोड़ने के लिये युवा वैज्ञानिक कार्यक्रम/युवा विज्ञानी कार्यक्रम (युविका) की शुरुआत की थी। इसका द्वितीय सत्र मई 2020 में आयोजित होगा।
- इस कार्यक्रम में विद्यार्थी इसरो के अलग-अलग केंद्रों में जाकर अंतरिक्ष विज्ञान के बारे में सीखते हैं।
- इस कार्यक्रम में व्याख्यान हेतु देश विदेश के प्रमुख वैज्ञानिकों को आमंत्रित किया जाना, उनके द्वारा अनुभव साझा करना, सुविधाओं एवं प्रयोगशालाओं को देखने जाना, विशेषज्ञों के साथ विचार-विमर्श हेतु विशेष सत्र का आयोजन, व्यावहारिक एवं प्रतिपुष्टि सत्र इत्यादि पहलू शामिल होंगे।
उद्देश्य
- अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष विज्ञान तथा अंतरिक्ष अनुप्रयोगों पर मूलभूत ज्ञान प्रदान करना।
- अंतरिक्ष गतिविधियों के उभरते क्षेत्रों में उनकी रुचि बढ़ाना।
- युवाओं में जागरूकता फैलाना।
अर्हता
- इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिये सी.बी.एस.ई, आई.सी.एस.ई. और राज्य पाठ्यक्रम को सम्मिलित करते हुए प्रत्येक राज्य/संघशासित प्रदेश से तीन विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा।
- इस कार्यक्रम में देशभर से प्रवासी भारतीय नागरिक (OCI) अभ्यर्थियों के लिये 5 अतिरिक्त सीटें आरक्षित हैं।
महत्त्व
- यह कार्यक्रम विद्यार्थियों में वैज्ञानिक चिंतन के विकास में सहायक होगा।
- यह आपदा के समय जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के अलावा आम आदमी की गतिविधियों में सहायता कर रहा है।
- इसके द्वारा विद्यार्थी राष्ट्रीय एकता तथा राष्ट्र निर्माण में भी सहभागी बन सकेंगे।
- इसक कार्यक्रम की सहायता से प्रतिवर्ष वैज्ञानिकों की संख्या में बढ़ोत्तरी होने की सम्भावना है।