यू.डी.आई.डी. पोर्टल के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये-
1. दिव्यांगजन अधिकारिता विभाग ने देश भर में इस पोर्टल के माध्यम से दिव्यांगता प्रमाण-पत्र जारी करना अनिवार्य कर दिया है।
2. यह परियोजना वर्ष 2016 से लागू है, इसके लिये सभी राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के अधिकारियों को दिव्यांगजन विभाग द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।
3. इसका विकास दिव्यांगजन अधिकार नियम, 2017 के तहत किया गया है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
केवल 1 और 3
केवल 2
1, 2 और 3
उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर: (c)
व्याख्या :
• सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत दिव्यांगजन अधिकारिता विभाग ने सभी राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों के लिये 1 जून से यू.डी.आई.डी. पोर्टल का उपयोग कर ऑनलाइन मोड के माध्यम से दिव्यांगता प्रमाण-पत्र जारी करना अनिवार्य कर दिया है।
• सभी राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के अधिकारियों को यू.डी.आई.डी. पोर्टल पर कार्य करने के लिये दिव्यांगजन विभाग द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है। यह परियोजना वर्ष 2016 से लागू है।
• विदित है कि केंद्र सरकार ने 15 जून, 2017 को आर.पी.डब्ल्यू.डी. अधिनियम, 2016 के तहत दिव्यांगजन अधिकार नियम, 2017 को अधिसूचित किया था।
• इस अधिनियम का नियम 18 (5) केंद्र सरकार को ऑनलाइन मोड में राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के लिये दिव्यांगता प्रमाण-पत्र जारी करना अनिवार्य बनाने के लिये तिथि निर्धारित करने का अधिकार प्रदान करता है।
इस प्रकार, कथन 1, 2 और 3 सही हैं। अतः विकल्प (c) सही उत्तर है।
‘गैर-वापसी का सिद्धांत’ के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये-
1. इसका संबंध अपने देश में हो रहे उत्पीड़न के कारण प्रवास करने वाले व्यक्ति को देश में वापस लौटने के लिये मजबूर नहीं किये जाने से है।
2. इसे भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत अप्रत्यक्ष रूप से शामिल किया जा सकता है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
केवल 1
केवल 2
1 और 2 दोनों
न तो 1, न ही 2
उत्तर: (c)
व्याख्या :
• मणिपुर उच्च न्यायालय ने हाल ही में म्यांमार के 7 नागरिकों को ‘शरणार्थियों के लिये संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त’ (UNHCR) से सुरक्षा प्राप्त करने के लिये नई दिल्ली की यात्रा करने की अनुमति प्रदान की है।
• उच्चतम न्यायालय द्वारा बार-बार की गई व्याख्या तथा स्वीकारोक्ति के अनुसार गैर-वापसी के अधिकार को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत अप्रत्यक्ष रूप से शामिल किया जाएगा।
• अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत गैर-वापसी के सिद्धांत (Non-Refoulement) का संबंध अपने देश में हो रहे उत्पीड़न के कारण प्रवास करने वाले व्यक्ति को देश में वापस लौटने के लिये मजबूर नहीं किये जाने से है।
• यद्यपि भारत संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी सम्मेलन का पक्षकार नहीं है, किंतु भारत मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा, 1948 तथा नागरिक एवं राजनीतिक अधिकारों पर अंतर्राष्ट्रीय नियम, 1966 का पक्षकार है।
इस प्रकार, कथन 1 और 2 दोनों सही हैं। अतः विकल्प (c) सही उत्तर है।
बद्रीनाथ के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये-
1. यह उत्तराखंड राज्य में स्थित एक पवित्र शहर है, जो भागीरथी नदी के तट पर स्थित है।
2. यह भारत के चार धाम तीर्थयात्रा स्थलों में से एक है, जिसका नाम बद्रीनाथ मंदिर के नाम पर रखा गया है।
3. बद्रीनाथ या बद्रीनारायण मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है, 8वीं शताब्दी में आदि शंकर द्वारा इसे प्रमुख तीर्थ स्थल के रूप में पुनःस्थापित किया गया था।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
केवल 1
केवल 2 और 3
केवल 1 और 3
उपर्युक्त सभी।
उत्तर: (b)
व्याख्या :
• आध्यात्मिक स्मार्ट हिल टाउन के रूप में श्री बद्रीनाथ धाम के निर्माण और पुनर्विकास के लिये तेल एवं गैस सार्वजनिक उपक्रमों- इंडियनऑयल, बी.पी.सी.एल, एच.पी.सी.एल, ओ.एन.जी.सी, गेल तथा श्री बद्रीनाथ उत्तम चैरिटेबल ट्रस्ट के बीच समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किये गए।
• समझौता ज्ञापनों के अनुसार, तेल एवं गैस सार्वजनिक उपक्रमों द्वारा विकासात्मक गतिविधियों के पहले चरण में 99.60 करोड़ रुपए का योगदान दिया जाएगा, जिसमें नदी तटबंध, वाहनों के लिये रास्तों का निर्माण, पुलों का निर्माण, मौजूदा पुलों का सुंदरीकरण, आवास के साथ-साथ गुरुकुल सुविधाओं की स्थापना, भित्ति चित्र बनाना तथा जल एवं विद्युत की सुविधा उपलब्ध कराना आदि शामिल हैं।
• बद्रीनाथ उत्तराखंड राज्य में स्थित एक पवित्र शहर तथा चमोली ज़िले की एक नगर पंचायत है। यह भारत के चारधाम तीर्थयात्रा स्थलों में से एक है, जिसका नाम बद्रीनाथ मंदिर के नाम पर रखा गया है।
• 8वीं शताब्दी में आदि शंकर द्वारा बद्रीनाथ को एक प्रमुख तीर्थ स्थल के रूप में पुनः स्थापित किया गया था।
• बद्रीनाथ या बद्रीनारायण मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है, जो अलकनंदा नदी के किनारे स्थित है।
इस प्रकार, कथन 1 गलत है, जबकि कथन 2 और 3 सही हैं। अतः विकल्प (b) सही उत्तर है।
‘वन धन विकास योजना’ के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये-
1. इसकी शुरुआत 14 अप्रैल, 2018 को डॉ. भीमराव अंबेडकर के जन्मदिन के अवसर पर की गई थी।
2. विभिन्न जनजातीय समुदायों तक इस योजना का लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से देश के विभिन्न ज़िलों में वन धन विकास केंद्र स्थापित किये गए हैं।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
केवल 1
केवल 2
1 और 2 दोनों
न तो 1, न ही 2
उत्तर: (c)
व्याख्या :
• वन धन विकास योजना की शुरुआत जनजातीय समुदाय के लोगों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से 14 अप्रैल, 2018 को डॉ. भीमराव अंबेडकर के जन्मदिन के अवसर पर की गई थी।
• विभिन्न जनजातीय समुदायों तक इस योजना का लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से देश के विभिन्न ज़िलों में वन धन विकास केंद्र स्थापित किये गए हैं।
• इस योजना के तहत ट्राइफेड गौण वन उपज (Minor Forest Produce-MFP) आधारित बहुउद्देश्यीय वन धन विकास केंद्रों की स्थापना में मदद करता है। वन धन विकास केंद्र 10 स्वयं सहायता समूहों (SHGs) का समूह होता है। प्रत्येक एस.एच.जी. में 30 जनजातीय संग्रहकर्ता शामिल होते हैं।
• गौण वन उपज जंगलों में रहने वाले जनजातीय लोगों के लिये आजीविका के प्रमुख स्रोत हैं। वनों में रहने वाले देश के लगभग 100 मिलियन लोग भोजन, आश्रय, औषधि एवं नकदी आय के लिये एम.एफ.पी. पर निर्भर करते हैं। चूँकि, अधिकांश एम.एफ.पी. का संग्रहण, उपयोग एवं बिक्री महिलाओं द्वारा किया जाता है, अतः महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण में इसका बहुमूल्य योगदान है।
इस प्रकार, कथन 1 और 2 दोनों सही हैं। अतः विकल्प (c) सही उत्तर है।
‘सूत्र मॉडल’के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये-
1. कई अन्य महामारी विज्ञान मॉडल के विपरीत यह मॉडल डाटा केंद्रित दृष्टिकोण पर आधारित है।
2. यह कोरोना महामारी के प्रसार के पूर्वानुमान हेतु मुख्यतः तीन मापदंडों; बीटा, रीच तथा एप्सिलॉन’ का उपयोग करता है।
उपर्युक्त में से कौन सा/से कथन सही नहीं है/हैं?
केवल 1
केवल 2
1 और 2 दोनों
न तो 1, न ही 2
उत्तर: (d)
व्याख्या :
• वैज्ञानिकों ने कोविड-19 महामारी के संदर्भ में पूर्वानुमान लगाने के लिये गठित ‘सूत्र मॉडल’ (SUTRA model) की क्षमता पर कई सवाल उठाए हैं।
• ‘सूत्र मॉडल’ [Susceptible, Undetected, Tested (positive), and Removed Approach] के एक विशेषज्ञ की घोषणा के पश्चात् लोगों का ध्यान इसकी ओर आकर्षित हुआ, जिसमें यह कहा गया कि बीते अक्तूबर माह में भारत कोरोना महामारी की चरम सीमा से गुज़र चुका है।
• कई महामारी विज्ञान मॉडल जो मौजूदा मामलों की संख्या, वायरस के व्यवहार तथा प्रसार के तरीके के आधार पर महामारी के प्रसार का अध्ययन करते हैं, के विपरीत सूत्र मॉडल डाटा केंद्रित दृष्टिकोण पर आधारित है।
• सूत्र मॉडल कई मापदंडों पर निर्भर होने के कारण समस्याग्रस्त है। यह मुख्यतः तीन मापदंडों; बीटा, रीच तथा एप्सिलॉन’ का उपयोग करता है।
• बीटा (Beta) किसी संक्रमित व्यक्ति के माध्यम से अन्य लोगों के संक्रमित होने की जानकारी प्रदान करता है, रीच (Reach) आबादी में महामारी के जोखिम के स्तर को मापने का कार्य करता है तथा ‘एप्सिलॉन’ (Epsilon) ज्ञात और अज्ञात मामलों का अनुपात होता है।
इस प्रकार, कथन 1 और 2 दोनों सहीं हैं। अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।
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