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IMPORTANT TERMINOLOGY

पाठ्यक्रम में उल्लिखित विषयों की पारिभाषिक शब्दावलियों एवं देश-दुनिया में चर्चा में रही शब्दावलियों से परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाने का चलन तेजी से बढ़ा है। यह खंड वस्तुनिष्ठ और लिखित दोनों परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण है। शब्दावलियों से परिचय अभ्यर्थियों को कम परिश्रम से अधिक अंक लाने में मदद करता है। इस खंड में प्रतिदिन एक महत्वपूर्ण शब्दावली से परिचय कराया जाता है।

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1. संरचनात्मक मुद्रास्फीति (Structural Inflation)

19-Nov-2024

अर्थव्यवस्था में होने वाले असंतुलन संरचनात्मक मुद्रास्फीति के कारक होते हैं। इन असंतुलनकारी तत्त्वों में खाद्य वस्तुओं की कमी, विदेशी विनिमय अवरोध, सामाजिक राजनीतिक प्रतिबंध, वस्तुओं की आपूर्ति में कमी और संसाधन असंतुलन इत्यादि शामिल हैं। इस मुद्रास्फीति के सिद्धांत का प्रतिपादन गुन्नार मिर्डल द्वारा किया गया।

2. वास्तविक समय सकल निपटान  (Real Time Gross Settlement - RTGS)

18-Nov-2024

यह एक खाते से दूसरे खाते में फंड हस्तांतरण करने की व्यवस्था है। केंद्रीय बैंक की यह व्यवस्था फंड लेन-देन को तुरंत (वास्तविक समय में) निपटाने में मदद करती है। इसका इस्तेमाल प्रायः बड़े लेन-देन के लिए किया जाता है। इसके माध्यम से भेजी जाने वाली न्यूनतम राशि ₹ 2 लाख है, जिसकी कोई ऊपरी या अधिकतम सीमा नहीं है।

3. कोर मुद्रास्फीति (Core Inflation)

16-Nov-2024

कोर मुद्रास्फीति के आकलन में अस्थिर कीमत वाले खाद्य उत्पादों और ईंधन मदों को बाहर रखा जाता है, ताकि मुद्रास्फीति की स्थिर तस्वीर सामने आ सके। इस तरह, कोर मुद्रास्फीति का आकलन गैर-खाद्य विनिर्मित उत्पादों एवं गैर-ईंधन मदों के आधार पर किया जाता है, इसलिये इसे गैर-खाद्य एवं गैर-ईंधन मुद्रास्फीति कहा जाता है, साथ ही इसकी स्थिर प्रकृति के कारण इसे 'स्थाई मुद्रास्फीति' भी कहा जाता है।

4. व्हाइट लेबल ATM (White Label ATM)

15-Nov-2024

ऐसे ATM जिनका स्वामित्व और परिचालन गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थान के पास होता है ‘व्हाइट लेबल ATM’ कहलाते हैं। इनकी स्थापना भुगतान और निपटान प्रणाली (PSS) अधिनियम, 2007 के तहत RBI से अनुमति प्राप्त करने के बाद की जा सकती है। इस ATM में बैंक की कोई ब्रांडिंग नहीं होती है।

5. मुद्रा अपस्फीति (Disinflation)

14-Nov-2024

यह सरकार के मौद्रिक एवं राजकोषीय उपायों का एक भाग है। इसके माध्यम से मुद्रास्फीति पर नियंत्रण लगाने का प्रयास किया जाता है। इसमें कीमतों को धीरे-धीरे घटाकर सामान्य स्तर पर लाने का प्रयास किया जाता है। इससे मुद्रास्फीति की दर कम हो जाती है, किंतु सकारात्मकता बनी रहती है।

6. मुद्रासंस्फीति (Reflation)

13-Nov-2024

मुद्रा अवस्फीति को नियंत्रित करने के लिए घटी हुई कीमतों को धीरे-धीरे सामान्य स्तर पर लाने का प्रयास किया जाता है। इसके तहत करों में कटौती तथा ब्याज की दरों में कमी लाकर अर्थव्यवस्था में मुद्रा की आपूर्ति को बढ़ाया जाता है। इस प्रकार के नीतिगत उपायों के कारण मूल्य स्तर में जो वृद्धि होती है, उसे ही मुद्रासंस्फीति कहते हैं।

7. जी.डी.पी. अवस्फीतिकारक (GDP Deflator)

12-Nov-2024

इसमें किसी अर्थव्यवस्था के किसी वर्ष में उत्पादित सभी वस्तुओं तथा सेवाओं के मूल्यों में परिवर्तन को लिया जाता है। वास्तव में, यह चालू मूल्य पर जी.डी.पी. तथा स्थिर मूल्य पर जी.डी.पी. का अनुपात है। यह मुद्रास्फीति मापने का एक उपयुक्त तरीका है।

8. बेसल मानक (Basel Norms)

11-Nov-2024

ये वैश्विक स्तर पर बैंकिंग एवं वित्तीय संस्थानों के नियमों में एकरूपता लाने के अंतर्राष्ट्रीय मानक हैं। बेसल, स्विट्ज़रलैंड में स्थित एक स्थान है, जहाँ पर बैंकिंग संबंधी समस्याओं पर विचार करने के लिये अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बैठकों का आयोजन होता है। बेसल में ही अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान 'बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट' (BIS) का मुख्यालय है।

9. वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion)

09-Nov-2024

इसका अभिप्राय, समाज के कमज़ोर वर्गों और कम आय वाले समूहों की वित्तीय सेवाओं जैसे- बचत खाता, कम लागत वाले ऋण, वित्तीय सलाहकार और बीमा सुविधाओं तक पहुँच सुनिश्चित करने की प्रक्रिया से है। यह समाज के वंचित वर्गों को आर्थिक विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की प्रक्रिया है।

10. निवल मांग एवं सावधि देयता {Net Demand and Time Liability (NDTL)}

08-Nov-2024

यह सार्वजनिक तथा अन्य बैंकों की मांग व सावधि देयताओं का योग होता है। NDTL को निकालने के लिये किसी बैंक की कुल मांग एवं सावधि देयताओं (मांग देयताएँ + सावधि देयताएँ – अन्य बैंकों की देयताएँ) में से अन्य बैंक के पास उसकी कुल जमाओं को घटा दिया जाता है।

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