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लैपटॉप और टैबलेट के आयात पर प्रतिबंध

प्रारंभिक परीक्षा - समसामयिकी
मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-3

संदर्भ-

  • केंद्र सरकार ने 3 अगस्त 2023 को लैपटॉप, टैबलेट, ऑल-इन-वन और स्मॉल-फैक्टर पर्सनल कंप्यूटर या पीसी के सभी आयात पर प्रतिबंध लगा दिया, जिससे इन उत्पादों को देश में लाने और उपभोक्ताओं को बेचने के लिए लाइसेंस की आवश्यकता होगी। 

मुख्य बिंदु- 

  • अधिसूचना में, विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने कहा कि HSN कोड 8471 (HSN नामकरण की सामंजस्यपूर्ण प्रणाली है, जो वस्तुओं के नामकरण की विश्व स्तर पर स्वीकृत विधि है) की सात श्रेणियों के तहत कंप्यूटर और अन्य वस्तुओं के आयात को प्रतिबंधित किया गया है। हालाँकि, बैगेज नियमों के तहत आयात पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।
  • नए नियम में इन उत्पादों के लिए एक विशेष लाइसेंस अनिवार्य है, जो भारत में इनबाउंड टीवी शिपमेंट के लिए 2020 में लगाए गए प्रतिबंधों के समान है।
  • विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने एक अधिसूचना में कहा कि “अनुसंधान एवं विकास, परीक्षण, बेंचमार्किंग और मूल्यांकन, मरम्मत और वापसी, उत्पाद विकास उद्देश्यों के लिए प्रति खेप 20 वस्तुओं तक आयात लाइसेंसिंग से छूट प्रदान की जाती है। हालाँकि, ऐसे आयात केवल बताए गए उद्देश्यों के लिए उपयोग के लिए होंगे, बिक्री के लिए नहीं।“
  • पोस्ट या कुरियर के माध्यम से ई-कॉमर्स पोर्टल से खरीदे गए कंप्यूटर सहित एक लैपटॉप, टैबलेट, ऑल-इन-वन पर्सनल कंप्यूटर या अल्ट्रास्मॉल फॉर्म फैक्टर कंप्यूटर के आयात को लाइसेंस की आवश्यकता से छूट दी गई है। इसमें कहा गया है कि इस पर लागू शुल्क का भुगतान करना होगा।
  • सरकार ने लैपटॉप, टैबलेट, ऑल-इन-वन पर्सनल कंप्यूटर और अल्ट्रास्मॉल फॉर्म फैक्टर कंप्यूटर को भी आयात लाइसेंस आवश्यकताओं से छूट दी है, यदि वे पूंजीगत वस्तुओं का अनिवार्य हिस्सा हैं।
  • इसमें यह भी कहा गया है कि विदेश व्यापार नीति के अनुसार, विदेश में मरम्मत किए गए माल की मरम्मत और पुन: आयात की वापसी के लिए प्रतिबंधित आयात के लाइसेंस की आवश्यकता नहीं होगी।

घरेलू कंपनियों को बढ़ावा-

  • इस कदम का उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना है और यह संभवतः चीन पर लक्षित है, क्योंकि 2022-23 में भारत के लैपटॉप और पर्सनल कंप्यूटर के कुल 5.33 बिलियन डॉलर के आयात में से 75 प्रतिशत से अधिक चीन से था।
  • घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए देश ने अतीत में भी मोबाइल फोन जैसे उत्पादों पर उच्च टैरिफ लगाया है।
  • प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार अपनी "मेक इन इंडिया" योजना के तहत स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा दे रही है और आयात को हतोत्साहित कर रही है।
  • भारत घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए हाल के वर्षों में कंपनियों को प्रोत्साहन प्रदान कर रहा है। इस पहल ने सफलतापूर्वक बड़ी संख्या में स्मार्टफोन निर्माताओं को आकर्षित किया है और अब चिप निर्माताओं और सेमीकंडक्टर उत्पादकों की रुचि तेजी से बढ़ रही है।
  • मई 2023 में, नरेंद्र मोदी सरकार ने 2 बिलियन डॉलर की एक योजना प्रारंभ किया था, जिसका उद्देश्य स्थानीय स्तर पर लैपटॉप, पीसी, सर्वर और संबंधित एज कंप्यूटिंग किट जैसे हार्डवेयर बनाने वाले व्यवसायों को बढ़ावा देना है। यह योजना पिछले कार्यक्रम का उन्नयन थी जिसके तहत सरकार 892 मिलियन डॉलर खर्च करने को तैयार थी।
  • इस क्षेत्र के लिए PLI की घोषणा के साथ, इन आईटी हार्डवेयर सामानों के घरेलू विनिर्माण में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जाएगी।
  • यह कदम कंपनियों को भारत में स्थानीय स्तर पर विनिर्माण के लिए प्रेरित करने के लिए है, क्योंकि देश इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में अपनी घरेलू उत्पादन क्षमता को मजबूत करना चाहता है।
  • इस कदम से घरेलू लैपटॉप असेंबली कंपनियों का मनोबल बढ़ा। 
  • एचपी और लेनोवो ने भी अपने कुछ लैपटॉप का स्थानीय उत्पादन शुरू कर दिया है।
  • जुलाई 2023 में रिलायंस जियो ने एक सिम-कनेक्टेड, लैपटॉप-स्टाइल ई-लर्निंग डिवाइस का अनावरण किया, जिसे JioBook के नाम से जाना जाता है, जो उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट ब्राउज़ करने की अनुमति देता है और सभी सीखने के प्रयासों का समर्थन करता है।
  • वीडियोटेक्स ने कहा कि यह कदम देश में संपूर्ण विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण को अत्यधिक प्रोत्साहित करता है।

वैश्विक आर्थिक उत्पादन केंद्र बनाने का लक्ष्य-

  • भारत इलेक्ट्रॉनिक्स सहित दो दर्जन से अधिक क्षेत्रों में उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन देकर स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है।
  • मोदी सरकार ने आईटी हार्डवेयर विनिर्माण में बड़े निवेश को आकर्षित करने के लिए कंपनियों के लिए प्रारंभ की गई  2 अरब डॉलर की प्रोत्साहन योजना के लिए आवेदन करने की समय सीमा बढ़ा दी है, जिसमें लैपटॉप, टैबलेट, पर्सनल कंप्यूटर और सर्वर जैसे उत्पाद शामिल हैं।
  • यह योजना वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स आपूर्ति शृंखला में एक पावरहाउस बनने की भारत की महत्वाकांक्षाओं की कुंजी है, जिसमें देश ने 2026 तक 300 बिलियन डॉलर के वार्षिक उत्पादन का लक्ष्य रखा है।

सुरक्षा चिंताएं-

  • सरकार के इस कदम का उद्देश्य स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देने के अलावा चीन से आपूर्ति पर अंकुश लगाना है, क्योंकि उसे ऐसे उत्पादों से सुरक्षा संबंधी चिंताएं हैं।
  •  प्रतिबंध से भारत को केवल विश्वसनीय भागीदारों से ऐसे हार्डवेयर आयात करने में मदद मिलेगी।
  • भारत की आधी प्रतिबंधित वस्तुएँ चीन से आती , जिसके साथ 2020 में सीमा संघर्ष के बाद रिश्तों  में खटास आ गई है, जिसके कारण भारत ने चीन  से निवेश और व्यापार पर अंकुश लगाने के लिए कई चीन विरोधी कदम उठाए हैं।

समीक्षा-

  • मौजूदा नियम कंपनियों को स्वतंत्र रूप से लैपटॉप आयात करने की अनुमति देते हैं। ताजा प्रतिबंधों से एप्पल, सैमसंग और एसर जैसी कंपनियों पर असर पड़ सकता है, जिससे उन्हें भारत में विनिर्माण और असेंबलिंग बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। यह कदम संभावित रूप से उपभोक्ताओं के लिए कीमतें बढ़ा सकता है, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि लाइसेंसिंग मानदंड कैसे लागू किए जाते हैं।
  • यह  घोषणा देश में डिजिटल नागरिकों की बढ़ती संख्या को सुरक्षित डिजिटल पहुंच प्रदान करने के आधार पर प्रतीत होती है। 
  • यह कदम, जो वर्षों पहले स्मार्ट टीवी आयात पर इसी तरह के अंकुश का अनुसरण करता है, स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देने में मदद करने की संभावना है। विश्लेषकों के अनुसार, लगभग तीन साल पहले भारत के स्मार्ट टीवी आयात पर प्रतिबंध से स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा मिला।
  • लैपटॉप, टैबलेट और कंप्यूटर आयात पर अंकुश लगाने का सरकार का निर्णय प्रगतिशील है और इसमें देश में स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण को बढ़ावा देने की क्षमता है। इससे मेक-इन-इंडिया दृष्टिकोण को प्राप्त करने में भी मदद मिलेगी।
  • सरकार के इस कदम का उद्देश्य घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना और आयात पर निर्भरता कम करना है। उद्योग में लगभग 12 मिलियन इकाइयां शामिल हैं और इस प्रतिबंध से कुछ अल्पकालिक आपूर्ति व्यवधान हो सकता है, खासकर ऐप्पल, एचपी और लेनोवो जैसे ब्रांडों के लिए। 
  • इसके अलावा त्योहारी सीजन करीब आ रहा है, जो बिक्री के लिए एक महत्वपूर्ण अवधि है। अतः इस उद्योग की मांग को पूरा करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
  • भारत ने स्मार्टफोन और टीवी के लिए लगभग 100 प्रतिशत स्थानीय विनिर्माण हासिल करने में उल्लेखनीय प्रगति की है, लेकिन आईटी हार्डवेयर खंड पिछड़ गया है, वर्तमान में केवल 30-35 प्रतिशत उत्पाद भारत में बनाए जा रहे हैं।
  • यह कदम उस अंतर को पाटने और लैपटॉप, टैबलेट और पर्सनल कंप्यूटर के स्थानीय उत्पादन को बढ़ाने के लिए एक मजबूत प्रयास का संकेत देता है।

प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न - हाल ही में रिलायंस जियो ने एक सिम-कनेक्टेड, लैपटॉप-स्टाइल ई-लर्निंग डिवाइस का अनावरण किस नाम से किया?

(a) जीओ बुक (JioBook)

(b) जंगल सफारी (Jangal Safari)

(c) रिलायंस डिवाईस (relaince Device)

(d) धीरुभाई (Dhirubhai)

उत्तर- (a)

मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न - हाल ही में भारत सरकार ने पीसी और टैबलेट के आयात पर प्रतिबंध प्रतिबंध लगा दिया। ‘मेक इन इंडिया’ एवं ‘आत्मनिर्भर भारत’ योजना के संदर्भ में इसकी समीक्षा करें। 

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