New
UPSC GS Foundation (Prelims + Mains) Batch | Starting from : 20 May 2024, 11:30 AM | Call: 9555124124

वृद्ध होती आबादी की देखभाल

संदर्भ 

बाज़ार के अनुमान के अनुसार घरेलू देखभाल उद्योग सालाना 15-19% की पर्याप्त दर से बढ़ेगा। 

भारत में वृद्ध जनसंख्या

  • 60 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों की संख्या वर्ष 2011 में 100 मिलियन थी जिसके वर्ष 2036 तक दोगुनी से अधिक होकर 230 मिलियन होने की संभावना है।
  • यह कुल जनसंख्या का लगभग 15 % होगी। 
  • वर्ष 2050 तक इसके बढ़कर 319 मिलियन होने का अनुमान है, जो कुल जनसंख्या का लगभग पाँचवाँ हिस्सा है।
  • घटती प्रजनन दर और बढ़ती जीवन अवधि इस परिवर्तन को प्रेरित कर रही है। 
  • भारत में औसत परिवार का आकार वर्ष 2011 में 5.94 से घटकर वर्ष 2021 में 3.54 हो गया है। 

होमकेयर की स्थिति 

  • छोटे परिवार और वृद्ध लोगों की बढ़ती संख्या स्वास्थ्य और सामाजिक देखभाल प्रणाली में परिवर्तन की मांग करते हैं। 
  • घर पर वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल एक बढ़ती चिंता का विषय है क्योंकि यह सामाजिक एवं स्वास्थ्य देखभाल के  मध्य विचलन करता है। 
  • बदलती पारिवारिक संरचना घर में वृद्ध लोगों की देखभाल में बाहरी सहायता का मार्ग प्रशस्त कर रही है।
  • घर पर प्रदान की जाने वाली सेवाओं का दायरा दैनिक जीवन की गतिविधियों में सहायता से लेकर नियमित नर्सिंग देखभाल के साथ-साथ विशेष देखभाल तक विस्तारित हो गया है।

होमकेयर का बढ़ता बाज़ार

  • वर्तमान में होमकेयर निजी लाभ के क्षेत्र हैं जो इन सेवाओं का बड़ा हिस्सा प्रदान करता है। 
  • बाजार का अनुमान है कि घरेलू देखभाल उद्योग सालाना 15-19 % की दर से बढ़ेगा जो वर्ष 2021 में लगभग 6-7 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर वर्ष 2027 तक 21 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो जाएगा।

होमकेयर की कमियाँ 

  • अच्छी तरह से परिभाषित  एवं मानकीकृत न होना 
  • प्रशिक्षण   एवं सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण का अभाव
  • परिवारों द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने की शिकायत
  • उपयोगकर्ताओं  के लिए विशिष्ट शिकायत निवारण तंत्र की कमी 
  •  अत्यधिक लागत 

होमकेयर के लिए नीतिगत हस्तक्षेप

  • घर को देखभाल प्रदान करने की जगह और देखभाल करने वालों के लिए कार्यस्थल के रूप में पहचान
    • इसका उपयोगकर्ताओं और प्रदाताओं दोनों के अधिकारों एवं सुरक्षा पर प्रभाव पड़ता है। 
  • भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) कुछ स्थितियों में घर पर अस्पताल में भर्ती होने को मान्यता देता है।
  • अस्पताल या वृद्धाश्रम जैसी संस्था की तुलना में घर पर देखभाल एक अलग प्रणाली है। 
    • इसमें सेवा शर्तें और उपचार प्रोटोकॉल घरेलू वातावरण के अनुरूप होने चाहिए।
  • प्रशिक्षित देखभालकर्ताओं की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए उनके व्यावसायिक प्रशिक्षण, नामकरण, भूमिका और कैरियर की प्रगति को सुव्यवस्थित करने की आवश्यकता है। 

आगे की राह 

  • घर-आधारित देखभाल पर एक व्यापक नीति का निर्माण किया जाना चाहिए। 
    • जिसमें ऐसी सेवाओं के प्रदाताओं की रजिस्ट्री, पारदर्शिता  एवं जवाबदेही सुनिश्चित करना, शिकायत निवारण तंत्र स्थापित करना और बीमा कवरेज जैसे पहलू शामिल किए जाने चाहिए।
  • नीति को इस तथ्य का भी संज्ञान लेना चाहिए कि भारत में महिलाओं की जीवन प्रत्याशा पुरुषों की तुलना में अधिक है। 
    • वर्ष 2026 तक वृद्ध लोगों का लिंगानुपात 1060 तक बढ़ने का अनुमान है। 
    • सामान्यत: भारत में महिलाएं अपने पतियों से आयु में छोटी होती हैं, इसलिए वे अपने बाद के वर्ष विधवाओं के रूप में व्यतीत करती हैं। 
    • नीति को विशेष रूप से अधिक कमजोर और आश्रित वृद्ध एकल महिलाओं को ध्यान में रखना चाहिए ताकि वे सम्मानजनक  एवं स्वतंत्र जीवन जी सकें।
  • स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW), सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय (MSJE) और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) की इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका है। 
    • उनके बीच बेहतर सहयोग से आवश्यक सुधारों को आगे बढ़ाया जा सकता है। 
  • माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण और कल्याण (संशोधन) विधेयक, 2019, वृद्ध लोगों के लिए घर-आधारित देखभाल को विनियमित करने का प्रयास करता है। 
    • इसमें घरेलू देखभाल सेवाएं प्रदान करने वाले संस्थानों के पंजीकरण और उनके लिए न्यूनतम मानक निर्धारित करने का प्रस्ताव है। 
    • हालाँकि वर्ष 2019 में संसद में पेश होने के बाद से इसे पारित नहीं किया गया है।

निष्कर्ष 

  • भारत की युवा आबादी को भविष्य के लिए तैयार बनाने पर  बल स्वागतयोग्य है, लेकिन इसे समान रूप से महत्वपूर्ण समूह पर हावी नहीं होना चाहिए। 
  • वृद्ध लोगों की देखभाल की व्यवस्था समाज की नैतिक जिम्मेदारी है जिसके तहत वृद्धों द्वारा समाज में उनके जीवन भर के शारीरिक, सामाजिक, भावनात्मक और आर्थिक निवेश का सम्मान करें।
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR