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अईरिस- टी (IRIS-T)

प्रारंभिक परीक्षा- IRIS-T, जमाल खशोगी, यूरोफाइटर टाइफून 
मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर- 2     

संदर्भ-
  • 10 जनवरी, 2024 को जर्मनी ने सऊदी अरब को हवा से हवा में मार करने वाली 150  IRIS-T मिसाइलों की डिलीवरी को मंजूरी दी है।

IRIS-T

मुख्य बिंदु-

  • अक्टूबर 2018 में तुर्की में सऊदी वाणिज्य दूतावास के अंदर पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के बाद जर्मनी की सरकार ने सऊदी अरब को हथियार निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था।
  • जर्मन समूह डाइहल डिफेंस द्वारा निर्मित मिसाइलों के निर्यात की मंजूरी वर्ष, 2023 के अंत में दी गई थी।
  • जर्मनी अब सऊदी अरब को अतिरिक्त यूरोफाइटर्स टाइफून बेचने की ब्रिटिश योजना के रास्ते में भी नहीं आएगा।
  • वर्तमान में सऊदी अरब के पास 72 यूरोफाइटर्स टाइफून हैं। 
  • यूनाइटेड किंगडम, सऊदी अरब को 48 और यूरोफाइटर्स टाइफून आपूर्ति करना चाहता था, किंतु इसके के लिए जर्मनी  की मंजूरी की आवश्यकता थी। 
  • यूरोफाइटर टाइफून परियोजना ब्रिटेन, जर्मनी, इटली और स्पेन की एक संयुक्त परियोजना है।

IRIS-T-

  • 1995 में जर्मनी द्वारा ग्रीस, इटली, नॉर्वे, स्वीडन और कनाडा के सहयोग से IRIS-T के विकास की शुरुआत की घोषणा की गई थी। 
  • कनाडा बाद में बाहर निकल गया, जबकि स्पेन 2003 में एक खरीद भागीदार के रूप में शामिल हो गया।
  • जर्मन हथियार निर्माता डाइहल डिफेंस इस मिसाइल का प्रमुख निर्माता है।
  • IRIS-T एक हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है।
  • इसे AIM-2000 भी कहा जाता है।
  • स्वीडिश एयरफ़ोर्स में इसे Rb98 भी कहा जाता है। 
  • एक नवोन्वेषी इन्फ्रारेड सीकर, थ्रस्ट-वेक्टर नियंत्रण और एक डॉगफाइट अनुकूलित मोटर से सुसज्जित इस मिसाइल अधिकतम सीमा तक किसी भी लक्ष्य को निशाना बनाया जा सकता है।

यूरोफाइटर टाइफून-

eurofighter-typhoon

  • यूरोफाइटर टाइफून दुनिया का सबसे आधुनिक स्विंग-रोल फाइटर है।
  •  यह दो EJ200 इंजनों द्वारा संचालित होता है।
  • इसकी परिकल्पना यूरोपीय औद्योगिक भागीदार देशों की वायु सेना को आधुनिक बनाने के लिए एक बहुराष्ट्रीय कार्यक्रम के रूप में की गई है।
  • यूरोफाइटर टाइफून को ऑस्ट्रिया, सऊदी अरब, ओमान, कुवैत और कतर को निर्यात किया गया है। 

जमाल खशोगी-

jamal-khashoggi

  • जमाल खशोगी सऊदी अरब के रहने वाले पत्रकार थे।
  • वह अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट के लिए कॉलम लिखा करते थे।
  • अपने कॉलम में जमाल सऊदी सरकारी की नीतियों की आलोचना किया करते थे।
  • 2017 में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को सऊदी की सिक्योरिटी और इंटेलीजेंस का कंट्रोल प्राप्त हो गया।
  • क्राउन प्रिंस के हाथ सिक्योरिटी कंट्रोल आने के बाद पत्रकार जमाल खशोगी ने सऊदी अरब छोड़ने का मन बना लिया।
  • जून, 2017 में पत्रकार जमाल खशोगी सऊदी अरब छोड़ अमेरिका शिफ्ट हो गये।
  • 28 सितंबर 2018 को जमाल खशोगी अपनी पहली पत्नी से तलाक से जुड़े कागजात लेने लिए तुर्की स्थिति सऊदी अरब के दूतावास पहुंचे। 
  • 2 अक्टूबर को जमाल की हत्या सऊदी अरब के दूतावास में कर दी गई।
  • 20 अक्टूबर 2018 को सऊदी अरब की तरफ से पहली बार जमाल की हत्या की बात कबूल की गई।

प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न-

प्रश्न- निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।

  1. हाल ही में जर्मनी ने सऊदी अरब को IRIS-T मिसाइलों की डिलीवरी को मंजूरी दे दी।
  2. पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के बाद जर्मनी ने सऊदी अरब पर हथियार निर्यात पर  प्रतिबंध लगा दिया था।
  3. जमाल खशोगी जर्मनी के प्रसिद्ध पत्रकार थे।

नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए।

(a) केवल 1 और 2

(b) केवल 2 और 3

(c) केवल 1 और 3

उत्तर- (a)

मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न-

प्रश्न- जर्मनी द्वारा सऊदी अरब को हथियारों की आपूर्ति को मंजूरी देने से सऊदी अरब के प्रतिरक्षा में वृद्धि होगी। विवेवेचना कीजिए।

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