‘भारतीय रिज़र्व बैंक-डिजिटल भुगतान सूचकांक’ के अनुसार डिजिटल भुगतान मार्च 2021 में 270 से बढ़कर सितंबर 2021 में 304.06 हो गया है। इस सूचकांक को देश भर में भुगतानों के डिजिटलीकरण की सीमा को इंगित करने के लिये जनवरी 2021 में लॉन्च किया था। यह डिजिटल भुगतान को तेज़ी से अपनाए जाने का संकेत देता है।
इस सूचकांक को मार्च 2021 से चार माह के अंतराल के साथ अर्ध-वार्षिक आधार पर प्रकाशित किया जाता है। इस सूचकांक की आधार अवधि मार्च 2018 निर्धारित की गई है, जिसके लिये डी.पी.आई. का स्कोर 100 है।
इसे पाँच व्यापक मानदंडों के आधार पर तैयार किया जाता है, जिसमें भुगतान सक्षमकर्ता (वजन 25%), भुगतान अवसंरचना-मांग-पक्ष कारक (10%), भुगतान अवसंरचना-आपूर्ति-पक्ष कारक (15%), भुगतान प्रदर्शन (45%) और उपभोक्ता केंद्रितता (5%) शामिल हैं।