भारतीय सेना ने उपग्रह प्रणालियों और उनकी परिचालन क्षमता का परीक्षण करने के लिये अभ्यास स्काईलाइट का आयोजन किया। यह अपनी तरह का पहला अभ्यास है।
इसका उद्देश्य भविष्य में होने वाले संघर्षों के दौरान स्थलीय संपर्क बाधित होने पर संचार क्षमताओं में लचीलापन लाना है।
अंतरिक्ष व स्थलीय क्षेत्रों के लिये ज़िम्मेदार विभिन्न एजेंसियों के साथ-साथ इसरो ने भी इस अभ्यास में भाग लिया। भारतीय सेना इसरो के कई उपग्रहों का उपयोग करती है। इनका उपयोग संचार टर्मिनलों को जोड़ने के लिये किया जाता है।