कर्नाटक मंत्रिमंडल ने मुंबई-कर्नाटक क्षेत्र का नाम परिवर्तित कर ‘कित्तूर कर्नाटक’ कर दिया है। इस क्षेत्र में उत्तर कन्नड़, बेलगावी/बेलगाम, धारवाड़, विजयपुरा, बगलकोट, गडग तथा हावेरी ज़िले शामिल हैं। राज्य में कन्नड़ समर्थक संगठन लंबे समय से इस क्षेत्र का नाम बदलने की मांग कर रहे थे। यह क्षेत्र आज़ादी से पूर्व तत्कालीन बॉम्बे प्रेसीडेंसी के अधीन था।
महाराष्ट्र, कर्नाटक के साथ संलग्न सीमा के 7,000 वर्ग किमी. से अधिक क्षेत्र पर अपना दावा करता है, जिसमें बेलगावी, उत्तर कन्नड़, बीदर और गुलबर्ग ज़िलों के 814 गाँव तथा बेलगावी, कारवार व निप्पनी के शहर शामिल हैं।
तत्कालीन बॉम्बे प्रेसीडेंसी एक बहुभाषी प्रांत था, जिसमें वर्तमान कर्नाटक के विजयपुरा, बेलगावी, धारवाड़ और उत्तर कन्नड़ ज़िले शामिल थे। वर्ष 1956 के राज्य पुनर्गठन अधिनियम के द्वारा बेलगावी और बॉम्बे राज्य के 10 तालुकाओं को तत्कालीन मैसूर राज्य का भाग बना दिया गया था, जिसे वर्ष 1973 में कर्नाटक नाम दिया गया था।
उत्तरी कर्नाटक के बेलगावी ज़िले के एक ऐतिहासिक तालुका के नाम पर इसे कित्तूर नाम दिया गया, जिस पर रानी चेन्नम्मा (1778-1829) का शासन था। रानी लक्ष्मीबाई से करीब 40 वर्ष पूर्व कित्तूर की रानी चेन्नम्मा ने अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ाई लड़ी थी। विदित है कि इससे पूर्व हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र का नाम बदलकर कल्याण कर्नाटक किया गया था।