मिंजर’ चंबा क्षेत्र का सबसे लोकप्रिय मेला है। यह मेला श्रावण मास के दूसरे रविवार को लगता है। सप्ताह भर चलने वाले इस मेले की शुरूआत ऐतिहासिक चौगान में मिंजर ध्वज फहराकर की जाती है।
मिंजर, मक्के के पौधे के अंकुरण का प्रतीक है। इस मेले के आयोजन पर लोगों को मिंजर का वितरण किया जाता है जिसे पुरुष व महिलाएँ अपनी पोशाक पर रेशम के लटकन के रूप में धारण करते हैं। इस उत्सव पर स्थानीय कलाकारों द्वारा पारंपरिक कुम्जरी-मल्हार गीत गाए जाते हैं।
प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के तहत पारंपरिक 'मिंजर मेले' का जिक्र किया। केंद्र सरकार ने इस मेले को अंतर्राष्ट्रीय दर्जा देने की घोषणा है।