विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने लद्दाख में भारत की पहली ‘नाइट स्काई सैंक्चुअरी’ स्थापित करने का निर्णय लिया है। इसे चांगथांग वन्यजीव अभयारण्य के हिस्से के रूप में लद्दाख के हेनले में स्थापित किया जाएगा।
यह देश में खगोलीय पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ ऑप्टिकल, इन्फ्रा-रेड और गामा-रे टेलिस्कोप के लिये विश्व के सबसे ऊँचे स्थलों में से एक होगा। इस स्थल पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी गतिविधियों के माध्यम से स्थानीय पर्यटन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
इसकी स्थापना के लिये केंद्र शासित प्रशासन लद्दाख, स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद् लेह तथा भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान के मध्य एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए हैं।
ध्यातव्य है कि लद्दाख के शीत मरुस्थल में स्थित होने तथा सभी मानवीय व प्राकृतिक बाधाओं रहित होने के कारण हेनले इस परियोजना के लिये सबसे उपयुक्त है। यहाँ वर्ष भर आसमान साफ और मौसम शुष्क रहता है।