पनरुति काजू मुख्यतः तमिलनाडु में पाया जाता है। स्वाद और गुणवत्ता के कारण यह काजू अद्वितीय है। हालाँकि, ये काजू आकार में थोड़े छोटे होते हैं, किंतु इनका बाजार मूल्य विशिष्ट होता है। सामान्यतः इसे तमिलनाडु के कुड्डालोर की 'सोने की खान' के रूप में जाना जाता है।
इसकी कृषि मुख्यतः लेटराइट एवं लाल मृदा और तटीय रेत में की जाती है। गौरतलब है कि पनरुती काजू के साथ ही ‘पनरुती कटहल’ और ‘पनरुती काजू सेब’ भी अति विशिष्ट हैं।
तमिलनाडु काजू प्रोसेसर्स एंड एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (Tamil Nadu Cashew Processors and Exporters Association: TNCPEA) ने ‘पनरुति काजू’ के लिये भौगोलिक संकेतक (GI) टैग हेतु आवेदन किया है।
इसकी जी.आई. (GI) टैगिंग से उद्योग एवं व्यापार को प्रोत्साहन मिलने के साथ ही द्वितीयक आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा जिससे किसानों एवं काजू निर्यातकों को लाभ होगा।