यह उद्यान में रहने वाली छिपकली है जो आकार में बहुत बड़ी होती है। यह दक्षिण भारत में बड़ी संख्या में पाई जाती है। इसका वैज्ञानिक नाम समोफिलस डॉर्सालिस (Psammophilus Dorsalis) है। आवासीय क्षति तथा शहरीकरण ने इसकी उपस्थिति को प्रभावित किया है।
इसका रंग नारंगी व काला होता है। यह अपने शरीर को गर्म रखने के लिये पूर्णता बाहरी स्रोतों जैसे गर्म चट्टान या धूप वाले स्थानों पर निर्भर रहती है।
यह पारिस्थितिकी पहलुओं की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसकी उपस्थिति शहरों के गर्म होने का संकेत देती है। इनकी संख्या में वृद्धि से खाद्य जाल में परिवर्तन का पता चलता क्योंकि ये भोजन के रूप में कीटों का उपयोग करती हैं।