फाइटोरिड तकनीक राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान द्वारा विकसित एक लागत प्रभावी जल-शोधन प्रणाली है।
इसके तहत अपशिष्ट जल से ठोस पदार्थ को हटाने के लिये उसे अवसादन प्रक्रिया के तहत उपचारित करने के बाद सर्पिल चाल से एक उप-सतही कक्ष में प्रवाहित किया जाता है।
इस कक्ष में पौधे,बजरी एवं पत्थर के माध्यम से कई अवरोध निर्मित किये जाते हैं। इस चरण में कार्बनिक पदार्थ समाप्त हो जाते हैं। इसके बाद जल को शुद्ध करने के लिये इसे सक्रिय कार्बन फिल्टर से प्रवाहित किया जाता है।
हाल ही में तिरुपति नगर निगम ने इस तकनीक पर आधारित देश के सबसे बड़े संयंत्र की स्थापना की है।