उत्कर्ष बैंकों के विनियमन एवं पर्यवेक्षण में सुधार के लिये भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का तीन वर्षीय मध्यम अवधि का रणनीतिक ढाँचा है। इससे संबंधित पहला रणनीतिक ढाँचा वर्ष 2019 में लॉन्च किया गया था।
यह मुख्य रूप से आर.बी.आई. के वैधानिक एवं अन्य कार्यों के प्रदर्शन में उत्कृष्टता लाने, आर.बी.आई. में नागरिकों एवं संस्थानों का विश्वास मजबूत करने, पारदर्शिता, जवाबदेहिता व नैतिकता से संचालित आंतरिक शासन और पर्यावरण के अनुकूल डिजिटल तथा भौतिक अवसंरचना पर ध्यान केंद्रित करता है।
हाल ही में, नियामक एवं पर्यवेक्षी तंत्र को मजबूत करने के लिये केंद्रीय बैंक की मध्यम अवधि की रणनीति के दूसरे चरण उत्कर्ष 2.0 की शुरुआत की गयी है।