केंद्र सरकार ने भारतीय प्रवासी शोधकर्ताओं को देश के उच्च शिक्षण संस्थानों से जोड़ने के लिये वैभव फैलोशिप की शुरुआत है। शीर्ष 500 क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में शामिल संस्थानों के शोधकर्ता इस फैलोशिप के लिये पात्र होंगे।
इसका उद्देश्य विदेशी संस्थानों के शोधकर्ताओं की भारत में गतिशीलता के माध्यम से भारत के उच्च शिक्षण संस्थानों के अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र में सुधार करना है।
यह फैलोशिप भारतीय प्रवासी शोधकर्ताओं को भारत में एक शोध संस्थान या शैक्षणिक संस्थान के साथ न्यूनतम एक महीने से लेकर अधिकतम दो महीने तक कार्य करने का अवसर प्रदान करती है।
इस फैलोशिप की अवधि तीन वर्ष है, जिसमें सरकार शोधकर्ताओं को पूरी अवधि के लिये 37 लाख रुपये तक की राशि की प्रदान करती है।