‘वेपर रिकवरी सिस्टम’ तकनीक के माध्यम से पेट्रोलियम भंडारण टैंकों से निकलने वाली खतरनाक गैसों को कैप्चर किया जाता है।
रिक्त पेट्रोलियम भंडारण टैंकों को पुनः भरने के दौरान बेंजीन और ज़ाइलीन जैसी मानव स्वास्थ्य के लिये हानिकारक गैसें निकलती हैं।
पेट्रोल पंप/आउटलेट से भी ये गैसें बड़ी मात्रा में वातावरण में उत्सर्जित होती हैं। चूँकि पेट्रोल पंप प्रायः मानवीय बस्तियों के बीच स्थित होते हैं इसलिये ये मानव स्वास्थ्य पर अधिक नकारात्मक प्रभाव डालते हैं।
दिसंबर 2021 में ‘राष्ट्रीय हरित अधिकरण’ (NGT) ने ‘केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड’ (CPCB) और ‘राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों’ (SPCBs) को निर्देश दिया है कि वे नए पेट्रोलियम आउटलेट के लिये वेपर रिकवरी सिस्टम स्थापित करना अनिवार्य बनाएँ।
एन.जी.टी. ने कहा है कि सार्वजनिक के साथ-साथ निजी कंपनियों के पेट्रोलियम आउटलेट्स को भी वेपर रिकवरी सिस्टम स्थापित करना होगा।