शॉर्ट न्यूज़: 28 अगस्त, 2022
भारतीय वर्चुअल हर्बेरियम
रेपो रेट में बढ़ोतरी
निपुण पहल
भारतीय वर्चुअल हर्बेरियम
चर्चा में क्यों
हाल ही में, प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में भारतीय वर्चुअल हर्बेरियम का उल्लेख करते हुए इसे पौधों और पौधों के संरक्षित भागों का एक महत्त्वपूर्ण संग्रह बताया है।
प्रमुख बिंदु
- भारतीय वर्चुअल हर्बेरियम लगभग एक लाख पौधों के नमूनों के विवरण के साथ देश में वनस्पतियों का सबसे बड़ा आभासी डाटाबेस है।
- इसका विकास भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण (BSI) के वैज्ञानिकों द्वारा किया गया जिसका उद्घाटन 1 जुलाई, 2022 को कोलकाता में किया गया था।
- यह पोर्टल देश के वनस्पति इतिहास से गहराई से जुड़ा हुआ है तथा विलियम रॉक्सबर्ग, नथानिएल वालिच, जोसेफ डाल्टन हुकर जैसे वनस्पतिविदों के सबसे मूल्यवान ऐतिहासिक संग्रह प्रदान करता है, जिन्हें भारत में वनस्पति विज्ञान के संस्थापकों में शामिल किया जाता हैं।
पोर्टल की विशेषताएं
- इस पोर्टल पर कुछ सबसे पुराने वानस्पतिक नमूने हैं जो वर्ष 1696 से पहले के हैं। साइपरस प्रोसेरस को चेन्नई के निकट वर्ष 1696 में एकत्र किया गया था जबकि लेपिडागाथिस स्कारियोसा को वर्ष 1817 में एकत्र किया गया था।
- डिजिटल हर्बेरियम के प्रत्येक रिकॉर्ड में संरक्षित पौधे के नमूने, वैज्ञानिक नाम, संग्रह स्थान, संग्रह तिथि, कलेक्टर का नाम तथा बारकोड संख्या का एक चित्र शामिल है।
- इसकी एक विशेषता राज्य-वार डाटा की उपलब्धता है जिससे उपयोगकर्ता अपने राज्यों के पौधों की खोज कर सकते हैं।
- यह पोर्टल विभिन्न श्रेणियों के पौधों जैसे क्रिप्टोगैम (बीजाणु धारण करने वाले पौधे), फेनरोगैम (बीज धारण करने वाले पौधे) आदि के बारे में भी जानकारी प्रदान करता है।
रेपो रेट में बढ़ोतरी
चर्चा में क्यों
मौद्रिक नीति समिति (MPC) द्वारा रेपो रेट में 50 आधार अंक (BPS) की वृद्धि के साथ यह बढ़कर 5.4% हो गया है।
प्रमुख बिंदु
- स्थायी जमा सुविधा (SDF) दर 5.15% और सीमांत स्थायी सुविधा (MSF) दर व बैंक दर 5.65% हो गई है।
- वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिये जी.डी.पी. विकास अनुमान 7.2% और खुदरा मुद्रास्फीति का अनुमान 6.7% बरकरार रखा गया है।
- भारत से वित्त वर्ष 2023 में 3 अगस्त तक 13.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर का बड़ा पोर्टफोलियो बहिर्वाह देखा गया तथा इस दौरान अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए के मूल्य में 4.7% की गिरावट आई है।
- विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में भारत विश्व में चौथे स्थान पर है।
निपुण पहल
चर्चा में क्यों
आवास एवं शहरी मामलें मंत्रालय के अनुसार 20 जून, 2022 को दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (डीएवाई-एनयूएलएम) के हिस्से के रूप में ‘निपुण’ पहल की शुरूआत की गई थी।
प्रमुख बिंदु
- निपुण (National Initiative for Promotion of Upskilling of Nirman workers : NIPUN) में अन्य बातों के साथ-साथ निर्माण श्रमिकों की पूर्वगामी अधिगम की ऑन-साइट मान्यता (RPL) और निर्माण व संबंधित क्षेत्रों में रोजगार उन्मुख पाठ्यक्रमों में नए कौशल प्रशिक्षण शामिल हैं।
- राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) इस पहल की कार्यान्वयन एजेंसी है।
- इसका उद्देश्य राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (NSQF) से जुड़े पाठ्यक्रमों में एक लाख से अधिक निर्माण श्रमिकों को प्रशिक्षित करना है।
- आर.पी.एल. के तहत प्रमाणित श्रमिकों को 'कौशल बीमा', ₹2 लाख के कवरेज के साथ तीन वर्ष का दुर्घटना बीमा, कैशलैस लेन-देन के लिये भीम ऐप और ई.पी.एफ. सेवाएँ भी प्रदान की जाती है।
- इस परियोजना के कार्यान्वयन को तीन भागों में विभाजित किया गया हैं-
- निर्माण स्थलों पर रिकग्निशन ऑफ प्रायर लर्निंग के माध्यम से प्रशिक्षण।
- उद्योगों, बिल्डरों और ठेकेदारों के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय प्लेसमेंट।
- प्लंबिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर स्किल काउंसिल द्वारा नव प्रशिक्षण कौशल प्रदान करना।